
बुध का राशि परिवर्तन : इन 6 राशियों का बदलने जा रहा है भाग्य, कहीं आप भी तो इनमे नहीं...
भोपाल। ज्योतिष शास्त्र में बुध को मिथुन और कन्या राशि का स्वामी माना जाता है। ये एक प्रमुख देव ग्रह हैं। पर क्या आप जानते हैं कि बुध ग्रह संकष्टी चतुर्थी के दिन यानि 27 अक्टूबर को राशि परिवर्तन करते हुए तुला से वृश्चिक राशि में चले गए हैं। ज्ञात हो कि वृश्चिक राशि में गुरु पहले से ही मौजूद हैं।
बुद्ध की कृपा से ही जातक विद्वान होता है, उसकी तर्क क्षमता मजबूत होती है, संचार कौशल में बेहतर होता है। बुध कन्या राशि में उच्च के तो मीन राशि में नीच के माने जाते हैं।
पंडित सुनील शर्मा के अनुसार सूर्य, शुक्र और राहू के साथ ये मित्रता रखते हैं तो चंद्रमा को ये अपना शत्रु मानते हैं। शनि, मंगल, बृहस्पति और केतु के साथ इनका संबंध तटस्थ है।
बुध ग्रह व्यक्ति में बुद्धि, विवेक, हाजिरजवाबी और हास्य–विनोद का प्रतिनिधित्व करता है। ये बुद्धि, वाणी, शिक्षा, शिक्षण, गणित, तर्क, यांत्रिकी, ज्योतिष, लेखाकार, आयुर्वेद, लेखन, प्रकाशन, रंगमंच, एवं निजी व्यवसाय आदि के कारक माने जाते हैं।
मातृपक्ष के सगे-संबंधियों का प्रतिनिधित्व भी बुध करते हैं। साथ ही बुध मस्तिष्क, जिह्वा, स्नायु तंत्र, कंठ-ग्रंथी, त्वचा, गर्दन आदि के भी प्रतिनिधि हैं।
बुध के नकारात्मक प्रभावों से स्मरण शक्ति का क्षय, सिर दर्द, त्वचा आदि के रोग उत्पन्न होते हैं। बुध को एक पुरुष लेकिन नपुंसक ग्रह माना जाता है ये उत्तर दिशा व 27 नक्षत्रों में से अश्लेषा, ज्येष्ठ और रेवती इन तीन नक्षत्रों के स्वामी भी हैं। पंडित शर्मा के अनुसार यह एक शुभ ग्रह है, लेकिन कुछ स्थितियों में अशुभ ग्रह में बदल सकता है।
बुध के राशि परिवर्तन का असर effects of mercury on you...
1. मेष राशि -
मेष राशि वाले जातकों के लिए मित्रों से सावधान रहने की आवश्यकता है, क्योंकि मित्र इस दौरान आपको धोखा दे सकते हैं। मेष राशि में बुध सप्तम से अष्टम भाव में प्रवेश कर रहा है, जो कि कीर्तिभंग का योग बनाता है।
2. वृषभ राशि -
इस राशि के जातकों को सुखद समाचार प्राप्त होगा। सप्ताह के मध्य में नौकरीपेशा जातकों के लिए अच्छी खबर आएगी। परंतु आर्थिक तौर से सावधान रहना होगा, धन हानि के भी योग बन सकते हैं। घर के मामलों को लेकर आपका ध्यान पूर्ण रूप से केन्द्रित रहेगा।
3. मिथुन राशि -
मिथुन राशि में बुध छठवें भाव में प्रवेश कर रहा है। जो संतान के लिए परेशानी का कारक है। ऐसे में जातक को परिश्रम का उचित लाभ न मिलने की आशंका बनी रहेगी। जबकि मिथुन लग्न के जातकों को वाहन दुर्घटना का भय रहेगा। आर्थिक स्थिति डावांडोल रहेगी। जातक का धन रोग एवं शत्रुओं पर व्यय होगा।
4. कर्क राशि -
इस राशि वाले जातकों को चाहिए कि इस समय कोई नए कार्य की योजना न बनाएं। कार्यस्थल पर नकारात्मक वातावरण मिल सकता है। आर्थिक लाभ होने के योग बन रहे हैं।
वहीं बुध कर्क राशि में पंचम भाव में प्रवेश करेगा। लाभ स्थान पर दृष्टि होने के कारण जातकों को मित्रों और व्यापार से लाभ प्राप्त हो सकता है।
5. सिंह राशि -
सिंह राशि में बुध चतुर्थ स्थान में प्रवेश करेगा जो कि धनेश एवं लाभेश है। यह मारक स्थान का स्वामी भी है, अत: अशुभ फल देगा। बुध सूर्य का नैसर्गिक मित्र होने से इतना अशुभ फल नहीं देगा, जितनी अपेक्षा की जाती है। इसके अलावा जातक को व्यापार और नौकरी में लाभ मिलने की सम्भावना है।
6. कन्या राशि -
कन्या राशि वाली महिलाओं को थोड़ी परेशानियां हो सकती है। चंद्रमा आज गोचर कुंडली के अनुसार आपके मुख में है तो मीठा ही बोलें। शेयर मार्केट में सोच-समझकर निवेश करें। वहीं पुरुषों के मामले में बुध का तृतीय स्थान में प्रवेश अति शुभ फलदायक होगा।
7. तुला राशि -
तुला राशि में बुध खर्चेश एवं भाग्येश होने के कारण राजयोग का कारक है, जो कि शुभ फलदायी है। तुला राशि के जातकों के रोगों का नाश होगा। ऋण से मुक्ति मिलेगी।
8. वृश्चिक राशि -
वृश्चिक राशि में बुध लग्न भाव में आ रहा है। वृश्चिक लग्न में बुध अष्टमेश व लाभेश है। फलत: परमपापी है। बुध लग्नेश मंगल से शत्रु भाव रखता है, अत: बुध यहां अशुभ फल ही देगा।
9. धनु राशि -
धनु राशि में बुध द्वादश भाव में प्रवेश कर रहा है। धनु राशि में यह सप्तमेश व राज्येश है। बुध यहां योगकारक है, लेकिन सप्तमेश होने से अशुभ फल देगा। द्वादश स्थान में बुध शत्रु राशि में होगा। नौकरी एवं व्यापार में परेशानी होगी। पत्नी से भी वैचारिक मतभेद हो सकता है।
10. मकर राशि -
मकर राशि में बुध एकादश भाव में सम राशि में होगा। बुध लग्नेश शनि का मित्र होने के कारण राजयोग कारक एवं शुभ फलदायी होगा। जातक को व्यापार में लाभ होगा।
11. कुम्भ राशि -
कुम्भ राशि में बुध दशम भाव में प्रवेश कर रहा है। कुम्भ राशि में बुध पंचमेश व अष्टमेश है। बुध लग्नेश शनि का मित्र होने से योगकारक है। लेकिन ध्यान रखें किसी भी रिश्ते में मर्यादा का उल्लंघन न करें। कुम्भ राशि के जातकों के लिए सरकार से सम्मान प्राप्त होने की सम्भावना है।
12. मीन राशि -
मीन राशि में बुध सप्तमेश व सुखेश है। बुध एक प्रकार से सहायक मारकेश होने से पापी है, जो कि अशुभ फलदायक होगा। बुध नवम भाव में प्रवेश करेगा। मीन राशि के जातकों के लिए जनसम्पर्क एवं मित्रों से लाभ मिलेगा।
Published on:
28 Oct 2018 05:37 pm
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