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सड़क खोदकर छोड़ी, 20 कॉलोनियां मुश्किल में, बीडीए से खरीदार दूर हुए, लो फ्लोर बसें भी अटकीं

कलियासोत-कटारा हिल्स डबललेन: ठेकेदार कंपनी की मनमानी से विकट हुए हालात, पीडब्ल्यूडी ने किया निलंबित

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भोपाल. कलियासोत से कटारा हिल्स तक बनने वाली 12 किमी लंबी डबललेन रोड सिरदर्द साबित होने के बाद अब बीडीए और बीसीएलएल के लिए फजीहत है।
दो साल पहले पीडब्ल्यूडी ने इस सड़क को बनाने का ठेका गुजरात की ज्योति इंफ्रा को 50 करोड़ रुपए में दिया था। कंपनी ने कटारा हिल्स-बर्रई गांव से काम तो चालू किया लेकिन तैयार अच्छी सड़क को खोदकर काम बंद कर दिया। पेमेंट भुगतान के चक्कर में एक साल से काम बंद है। पीडब्ल्यूडी ने मनमानी करने वाले ठेकेदार को निलंबित कर दिया है। इधर मौके पर पूरी सड़क खुदी हुई है, जिससे 20 कॉलोनियों के लोगों का चलना मुश्किल हो गया है। बीसीएलएल ने यहां लो फ्लोर बसों को मंजूरी दे दी है, जबकि इस रूट पर सड़क ही नहीं है। नतीजा ये हुआ कि पब्लिक ट्रांसपोर्ट की सुविधा लोगों को नहीं मिल रही।


बीडीए बोर्ड बैठक में भी सीईओ अंजू पवन भदौरिया ने संभागायुक्त कल्पना श्रीवास्तव को इस मामले से अवगत कराया। बीडीए की आपत्ति है कि बनी बनाई सड़क को खोदकर काम बंद कर देने से बीडीए के दो रहवासी प्रोजेक्ट स्वामी विवेकानंद परिसर और गौरीशंकर परिसर की बची हुई प्रापर्टी के लिए खरीदार नहीं मिल रहे हैं।

वित्तीय संकट के चलते टेंडर अटकाया
पीडब्ल्यूडी ने तीन माह पहले ज्योति इंफ्रा को टर्मिनेट किया था। तब से नए टेंडर की कवायद जारी है। पीडब्ल्यूडी वित्तीय संकट के चलते प्रोजेक्ट की बढ़ी कॉस्ट से परेशान है। दो साल पहले लागत 50 करोड़ थी, जो अब 20 प्रतिशत तक बढ़ चुकी है। पीडब्ल्यूडी का दावा है कि फरवरी अंत तक टेंडर करेेंगे।


बायपास से कलियासोत, चूनाभट्टी सिर्फ 12 किमी
कोलार, शाहपुरा, चूनाभट्टी, मनीषा मार्केट, अरेरा कालोनी, त्रिलंगा सहित कई कालोनियों के लोग रायसेन और भोजपुर बायपास जाने के लिए अब आधा शहर पार करते हैं। इस रोड से कलियासोत डैम से कटारा हिल्स बायपास तक सीधी सड़क बनेगी और दूरी केवल 12 किमी हो जाएगी।

ज्योति इंफ्रा से ये प्रोजेक्ट वापस ले लिया गया है। नए टेंडर डाक्यूमेंट तैयार हो चुके हैं। तकनीकी परीक्षण पर ईएनसी की अनुमति मिलते ही नए टेंडर जारी कर दिए जाएंगे।
जावेद शकील, ईई, पीडब्ल्यूडी

बर्रई, कटारा हिल्स के नए रूट मंजूर हो चुके हैं लेकिन पीडब्ल्यूडी की सड़क अधूरी होने से यहां बसें नहीं चल पा रही हैं। हमने विभाग को रोड जल्द बनाने आग्रह किया है।
केवल मिश्रा, निदेशक, बीसीएलएल