एसआइटी के चीफ लोकायुक्त डीएसपी वीरेंद्र ङ्क्षसह कोर्ट पहुंचे। लेकिन तब तक सौरभ जा चुका था। सूत्रों के अनुसार उन्होंने कोर्ट में अपनी बात रखी है। हालांकि औपचारिक तौर पर उन्होंने कुछ भी बताने से इनकार किया है। वहीं, वकील पराशर ने भी सौरभ के कोर्ट आने की पुष्टि की है। सवाल यह भी खड़े हो रहे हैं कि जिसे ईडी, आयकर और लोकायुक्त ढूंढ़ रही है, वह चोरी-चोरी कैसे जिला कोर्ट पहुंच गया।
सौरभ ने कोर्ट में अपनी जान को बताया खतरा सरेंडर अर्जी में सौरभ ने कोर्ट को अपनी जान का खतरा बताया। उसने पुलिस कस्टडी में हर 24 घंटे में मेडिकल जांच कराने की मांग की। शंका जताई कि जहर देकर जान से मारने की साजिश हो सकती है। 18 दिसंबर को लोकायुक्त ने सौरभ के घर, दफ्तर से 7.98 करोड़ के जेवर-नकद जब्त किए। आयकर ने मेंडोरी में कार से 52 किलो सोना और 11 करोड़ नकदी पकड़ी।