बाल कल्याण समिति के सदस्य राजीव जैन के अनुसार कुल मिलाकर इन छात्राओं ने बिना ट्यूशन क्लासेस और कोचिंग किए सेल्फ स्टडी से ये सफलता पाई है। अब बाल कल्याण समिति इस छात्राओं को अब अपना सही कॅरियर चुनने के लिए मदद करेगा।
इस संबंध में जैन का कहना है कि यह बहुत ही खुशी की बात होने के साथ ही दूसरी छात्राओं को प्रेरित करने वाली बात है। शेल्टर होम की 14 बच्चियों ने फर्स्ट डिविजन से बोर्ड परीक्षा पास की है।
वहीं एक छात्रा को हाईस्कूल में 78.65 फीसदी नंबर मिले हैं। तीन छात्राओं ने ग्यारहवीं में 70 फीसदी से ज्यादा नंबर हासिल किए हैं। तीन छात्राएं नौवीं कक्षा पास हुई हैं और उन्होंने भी प्रथम स्थान प्राप्त किया है।
सीडब्ल्यूसी के सदस्य जैन के अनुसार अब समिति शेल्टर होम में क्लास 9 से लेकर 12वीं तक की छात्राओं के लिए कॅरियर काउंसिलंग सेशन करवाएगा ताकि इन छात्राओं को अपना सही कॅरियर चुनने के लिए दिशा मिल सके। ये सारी छात्राएं अभी 18 साल से कम की है। ऐसे में 18 साल की होने के बाद जब ये शेल्टर होम से बाहर जाएं तो अपने पैरों पर खड़ी रहें।
वहीं जैन ने ये भी बताया कि कॅरियर काउंसलिंग में सेना के अधिकारियों को भी बुलाने की योजना है ताकि छात्राएं आर्मी, नेवी और एयर फोर्स जैसी सैन्य सेवाओं में भी जा सकें और देश की सेवा कर सकें।
उन्होंने कहा कि ये छात्राएं मुख्यधारा से जुड़ेंगी तो हम लोगों को बहुत खुशी होगी। हम लोग उन्हें नए कोर्सों में प्रवेश दिलाने से पहले उनकी रुचि और शौक जानेंगे उसके बाद ही कोई फैसला लेंगे।