
क्रॉस वोटिंग से घबराए दोनों दल, प्रत्याशियों की बाड़ेबंदी
पूर्व केन्द्रीय मंत्री एवं भाजपा नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के 22 समर्थक एवं पूर्व विधायक आज भाजपा ज्वाईन करेंगे। बागी नेता सिंधिया से मुलाकात के बाद अपने क्षेत्र में लौटेंगे। ये वही विधायक हैं जिनकी नाराजगी के चलते कमलनाथ के हाथ से मुख्यमंत्री की कुर्सी छिन गई। सारे के सारे बागी बेंगुलुरु से दिल्ली पहुंच गए हैं। इन्होंने दोपहर में सिंधिया से मुलाकाता की। सूत्रों का कहना है कि शाम तक वे भाजपा अध्यक्ष जेपी नडडा से मुलाकात करेंगे।
इधर, मध्यप्रदेश के कार्यवाहक मुख्यमंत्री कमलनाथ भी दिल्ली पहुच गए हैं।
वे भोपाल से 11:30 बजे सुबह दिल्ली के लिए रवाना हुए। सूत्रों का कहना है कि कमलनाथ कांग्रेस पार्टी की अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात करेंगे।
यह उम्मीद जताई जा रही है कि कमलनाथ और सोनिया गांधी की मुलाकात में प्रदेश के ताजे सियासी घटनाक्रमों को लेकर चर्चा हो सकती है। दोनों के बीच कांग्रेस पार्टी के नेताओं की भूमिका को लेकर चर्चा हो सकती है।
कांग्रेस के बागी विधायक 10 दिनों से बेंगलुरु में रूके हुए थे
गौरतलब है कि कांग्रेस के बागी और पूर्व विधायक बीत 10 दिनों से बेंगलुरु में रूके हुए थे। दिग्विजय सिंह के बेंगलुरु में बागियों ने मिलने से इंकार किया। उसके बाद से ही कांग्रेस सरकार की उलटी गिनती शुरु कर दी। तभी से माना जाने लगा था कि अब भाजपा बाजी मारकर ले जाएगी। दिग्विजय के प्रयास विफल होते ही मुख्यमंत्री कमलनाथ ने इस्तीफा देने का मन बना लिया था।
बीजेपी को 15 साल मिले थे
कमलनाथ ने शुक्रवार को इस्तीफा देने से पहले कहा कि, 'राज्य में बीजेपी को 15 साल मिले थे. मुझे अब तक सिर्फ 15 महीने मिले हैं. ढाई महीने लोकसभा चुनाव और आचार संहिता में गुजरे. इन 15 महीनों मे राज्य का हर नागरिक गवाह है कि मैंने राज्य के लिए कितना काम किया, लेकिन बीजेपी को ये काम रास नहीं आए और उसने हमारे खिलाफ लगातार काम किया.'
Published on:
21 Mar 2020 05:28 pm
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