क्या कहते हैं आकड़े
जीएमसी बालयोगी
अक्टूबर 1999 में जब देश में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार बनी। तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के नेता जीएमसी बालयोगी को लोकसभा अध्यक्ष बनाया गया। 3 मार्च, 2002 को एक हेलिकॉप्टर हादसे में उनका निधन हो गया।
जीएमसी बालयोगी
अक्टूबर 1999 में जब देश में अटल बिहारी वाजपेयी की सरकार बनी। तेलुगु देशम पार्टी (टीडीपी) के नेता जीएमसी बालयोगी को लोकसभा अध्यक्ष बनाया गया। 3 मार्च, 2002 को एक हेलिकॉप्टर हादसे में उनका निधन हो गया।
मनोहर जोशी
जीएमसी बालयोगी के निधन के बाद अटल वाजपेयी की सरकार में शिवसेना नेता मनोहर जोशी को स्पीकर चुना गया। लेकिन जब 2004 में लोकसभा सभा के चुनाव हुए तो जोशी मुंबई नॉर्थ सेंट्रल से अपना चुनाव हार गए वो संसद नहीं पहुंच पाए।
जीएमसी बालयोगी के निधन के बाद अटल वाजपेयी की सरकार में शिवसेना नेता मनोहर जोशी को स्पीकर चुना गया। लेकिन जब 2004 में लोकसभा सभा के चुनाव हुए तो जोशी मुंबई नॉर्थ सेंट्रल से अपना चुनाव हार गए वो संसद नहीं पहुंच पाए।
सोमनाथ चटर्जी
2004 में एनडीए की हार हुई। इस बार देश में यूपीए की सरकार बनी। डॉ मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री बने। इस बार सीपीएम के नेता सोमनाथ चटर्जी को लोकसभा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। लेकिन 2008 में यूपीए सरकार अमेरिका के साथ न्यूक्लियर डील पर समझौता कर रही थी। सीपीएम ने इस डील का विरोध किया जबकि सोमनाथ चटर्जी पार्टी आदेश के खिलाफ डील के समर्थन में थे। जिस कारण 2008 में सोमनाथ चटर्जी को पार्टी से निलंबित कर दिया गया। लोकसभा अध्यक्ष का कार्यकाल खत्म होने के बाद उन्होंने सक्रिय राजनीति को अलविदा कह दिया और 2009 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा। जिस कारण से सोमनाथ चटर्ची भी लोकसभा अध्यक्ष बनने के बाद संसद नहीं पहुंचे सके।
2004 में एनडीए की हार हुई। इस बार देश में यूपीए की सरकार बनी। डॉ मनमोहन सिंह प्रधानमंत्री बने। इस बार सीपीएम के नेता सोमनाथ चटर्जी को लोकसभा का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। लेकिन 2008 में यूपीए सरकार अमेरिका के साथ न्यूक्लियर डील पर समझौता कर रही थी। सीपीएम ने इस डील का विरोध किया जबकि सोमनाथ चटर्जी पार्टी आदेश के खिलाफ डील के समर्थन में थे। जिस कारण 2008 में सोमनाथ चटर्जी को पार्टी से निलंबित कर दिया गया। लोकसभा अध्यक्ष का कार्यकाल खत्म होने के बाद उन्होंने सक्रिय राजनीति को अलविदा कह दिया और 2009 का लोकसभा चुनाव नहीं लड़ा। जिस कारण से सोमनाथ चटर्ची भी लोकसभा अध्यक्ष बनने के बाद संसद नहीं पहुंचे सके।
मीरा कुमार
2009 में यूपीए ने सत्ता में वापसी की। डॉ मनमोहन सिंह दूसरी बार प्रधानमंत्री बने। मीरा कुमार को लोकसभा का स्पीकर चुना गया। मीरा कुमार देश को पहली महिला स्पीकर बनीं। 2009 से 14 तक वे लोकसभा स्पीकर रहीं, लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा और वो संसद नहीं पहुंच सकीं।
2009 में यूपीए ने सत्ता में वापसी की। डॉ मनमोहन सिंह दूसरी बार प्रधानमंत्री बने। मीरा कुमार को लोकसभा का स्पीकर चुना गया। मीरा कुमार देश को पहली महिला स्पीकर बनीं। 2009 से 14 तक वे लोकसभा स्पीकर रहीं, लेकिन 2014 के लोकसभा चुनाव में उन्हें हार का सामना करना पड़ा और वो संसद नहीं पहुंच सकीं।
सुमित्रा महाजन
2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी का पूर्ण बहुमत मिला। प्रधआनमंत्री बने नरेंद्र मोदी। लोकसभा अध्यक्ष बनाया गया इंदौर लोकसभा सीट से लगातार 8 बार चुनाव जीतने वाली सुमित्रा महाजन को। 2019 के लोकसभा चुनाव में 75 के उम्र को हवाले देते हुए पार्टी उनके टिकट को लेकर विचार विमर्श कर रही थी। इस दौरान उन्होंने लेटर लिख कर चुनाव नहीं लड़ने की घोषणा की। 2019 में चुनाव नहीं लड़ने के कारण अब सुमित्रा महाजन लोकसभा नहीं पहुंच पाएंगी।