इसके बावजूद नए वेरिएंट की जांच और उसके म्यूटेशन को पहचानने के लिए तैयारियां अधूरी हैं. मेडिकल कालेजोें में जीनोम सीक्वेसिंग की व्यवस्था नहीं है. सेंपल दिल्ली भेजे जाते हैं. रिपोर्ट में देरी से नए वेरिएंट की पहचान मुश्किल हो रही है. वहीं तीसरी लहर की आशंका के बीच सोमवार को मुख्यमंत्री शिवराजसिंह चौहान ने कोरोना की स्थिति की समीक्षा की.
कोरोना अपडेट—
85 वर्षीय महिला की कोरोना से मौत, 29 नवंबर को पाजिटिव आई थीरिपोर्ट
भोपाल के शाहपुरा एक्सटेंशन निवासी एक 85 वर्षीय महिला की कोरोना से मौत हो गई. 29 नवंबर को उनकी रिपोर्ट पाजिटिव आई थी. पहले से बीमारियां भी थीं. 24 घंटे में राज्य में कोरोना के 17 नए केस मिले. जर्मनी से जबलपुर आए एक विदेशी मरीज की रिपोर्ट की पाजिटिव मिलने के बाद उन्हें निगरानी में रखा गया है.
अभी ऐसी स्थिति
भोपाल और इंदौर से करीब 218 लोगों के सेंपल दिल्ली जांच के लिए भेजे
मध्यप्रदेश में डेल्टा वेरिएंट के मामले 36 जिलों में मिले थे,जबकि अल्फा और डेल्टा प्लस के सात—सात जिलों में मामले सामने आए थे. पिछले दिनों भोपाल और इंदौर से करीब 218 लोगों के सेंपल दिल्ली जांच के लिए भेजे गए थे. रिपोर्ट आने में देरी से भी मध्यप्रदेश में नए वेरिएंट की पुष्टि होने में देरी हो रही है.