भोपाल। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर एक भ्रामक मैसेज बिना पुष्टि के ही वायरल हो रहा है। इसमें दवा किया जा रहा है कि फेसबुक नया नियम लागू करने वाला है, जिसमें कंपनी यूजर्स के डेटा जैसे नाम, तस्वीर, वीडियो, मोबाइल नंबर आदि का इस्तेमाल अपने मुताबिक कर सकेगी।
अफवाह उड़ते ही पिछले 24 घंटे में लाखों लोगों ने धड़ाधड़ ऐसा मैसेज पोस्ट करते हुए एक डिस्क्लेमर दिया कि मेरे डेटा का इस्तेमाल नहीं किया जाए। माना जा रहा है कि 90 फीसदी लोगों ने बिना सोचे समझे दूसरों के मैसेज को आगे बढ़ाया है। इसको लेकर पत्रिका टीम ने दिल्ली और भोपाल के कई सोशल मीडिया एक्सपर्ट से बात कर इसकी हकीकत जानी।
इसमें कोई सच्चाई नहीं
दिल्ली के सोशल मीडिया और साइबर एक्सपर्ट सन्नी नेहरा ने बताया कि इससे सिर्फ भ्रम फैलाया जा रहा है। ऐसा साल 2020-2021 में भी हो चुका है। ऐसा मैसेज विदेशों में भी वायरल हो चुका है। फेसबुक ऐसी कोई पॉलिसी नहीं बना रहा है।
सोशल मीडिया एक्सपर्ट जसकरन मनोचा ने बताया कि ऐसे पोस्ट कई सालों से चल रहे हैं। मेरी जानकारी में ये सिर्फ अफवाह है। आपके प्रोफाइल से ऐसा पोस्ट शेयर करने से फेसबुक के कोई नियम नहीं बदलने वाले हैं। जब आप फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म पर साइन अप करते हैं, तभी आपको नियमों को मानने का विकल्प चुनना होता है।