- अपंजीकृत टेलीमार्केटर्स ने बढ़ा रहा है टेलीफोन यूजर्स का सिरदर्द
भोपाल@ जब आप कोई महत्वपूर्ण काम कर रहे होते हैं। वैसे ही फोन की घंटी बजती है और सामने से कोई पॉलिसी देता है तो कोई फौरन क्रेडिट कार्ड की लिमिट बढ़ा देने का ऑफर। बिना किसी कागज- पत्री के लोन देने वालों ने तो जान ही खा रखा है। दरअसल फोन पर टेलीमार्केटिंग और स्मैप कॉल्स के कारण कई लोग बेहद परेशान हैं। वैसे अनचाहे फोन का आना तो सभी को परेशान करता है। लेकिन जब आप किसी महत्वपूर्ण काम में फंसे हैं तो ये फोन या मैसेज आपको ज्यादा ही परेशान करते हैं। कई मर्तबा तो इस चक्कर में आपके कई महत्वपूर्ण फोन भी मिस हो जाते हैं। और हैरानी की बात ये है कि मोबाइल नंबर पर फुल डीएनडी मतबल कंप्लीट डू नॉट डिस्टर्ब चालू है इस बावजूद भी ऐसे फोन और मैसेज परेशान करते हैं। दअसल इसके पीछे की बड़ी वजह सामने आई है अपंजीकृत टेलीमार्केटर्स।
गली चलते नहीं बाटें अपना नंबर
सोशल मीडिया एक्सपर्ट जसकरण सिंह मनोचा ने बताया कि आपका डेटा शेयर किया जा रहा है और कई जगह तो बेचा भी जा रहा है। पिछले साल तो आईआरसीटीसी ने अपने यूजर्स का डेटा बेचने के लिए बकायदा टेंडर जारी किए थे। इसके बाद दनिया भर की बेवसाइट और एप्स हैं जहां गाहे- बगाहे आप अपना नंबर ड्रॉप कर देते हैं। कभी खुद से तो कभी मजबूरीबस। बस यहीं से शुरू हो जाता है आपके परेशानी का खेल। इसलिए जहां बहुत जरूरी हो वहीं अपना नंबर साझा करिए। गली चलते नंबर बाटेंगे तो परेशानी होगी। क्योंकि यदि आप ने अपने नेटवर्क पर डीएनडी एक्टिवेट किया है तो इससे दूसरी कंपनी का यूजर आपको कॉल कर सकता है। जिसका फायदा उठाया जा रहा है।
डीएनडी एक्टिवेट करने के बाद भी परेशान हैं ये यूजर्स
केस नं. 01- भोपाल के अमित प्रकाश ने बताया कि स्पैम कॉल ने उनको तंग कर रखा है। जबकि उन्होंने साल भर पहले ही डीएनडी में रजिस्ट्रेशन करवाया है लेकिन इसके बावजूद उनके फोन में कभी भी स्पैम कॉल आते रहते हैं। अमित ने बताया कि इससे परेशान होकर वो फोन करने वालों से पुलिस में शिकायत करने तक की धमकी दे चुके हैं।
केस नं. 02- तनु कपूर ने बताया कि एक दिन वो कोई जरूरी काम कर रही थीं। लेकिन बार- बार स्पैम कॉल आ रहे थे। तो उन्होंने सोचा कोई जरूरी फोन होगा। जैसे ही वो दौड़ कर फोन के पास जाने लगी उनका पैर फिसल गया और चोट लग गई। और बाद में जब देखा तो वो स्पैम कॉल था।
जिम्मेदार बोले- उठाए जा रहे कड़े कदम
भारत स्पैम या परेशान करने वाले कॉल्स और संदेशों के समस्या को सुलझाने के लिए कड़े कदम उठा रहा है। ट्राई की सहायता से उद्योग ने पंजीकृत टेलीमार्केटर्स से आने वाले अनचाहे वाणिज्यिक संचार को नियंत्रित किया है, लेकिन अपंजीकृत टेलीमार्केटर्स से आने वाले यूसीसी अभी भी एक समस्या हैं। फिर भी, इसे सुलझाने के लिए तकनीकी समाधान विकसित किए जा रहे हैं।
एसपी कोचर, महानिदेशक, सेल्युलर ऑपरेटर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया