
भोपाल. गुजरात के सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र में बने कम दबाव के क्षेत्र के असर से जहां प्रदेश के दक्षिण-पूर्वी हिस्सों में बरसात की स्थितियां बन रही हैं, वहीं शहर के आसमान को बादलों से ढंक दिया। राजधानी में बरसात नहीं हुई, लेकिन बादलों के असर से मौसम सुहावना हो गया।
धूप-छांव का दौर जारी
मौसम विशेषज्ञों का कहना है कि गुजरात पर बने कम दबाव के क्षेत्र का ज्यादा असर शहर पर देखने को नहीं मिलेगा। सोमवार को भी धूप-छांव का दौर जारी रह सकता है। इस बीच सोमवार को बंगाल की खाड़ी में नया कम दबाव का क्षेत्र बनने की संभावना है यदि यह ताकतवर बना तो दो दिनों बाद बरसात का एक और दौर शुरू हो सकता है।
48 घंटे के बाद भारी बारिश की उम्मीद
मौसम विभाग के अनुसार 12 अगस्त को बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का एक और क्षेत्र बनने की संभावना है। तीन दिन में इसने पर्याप्त ताकत पा ली तो 15 अगस्त के आसपास बारिश ( heavy rain ) का एक और दौर शुरू हो सकता है। इसके बाद मानसून ( mansoon ) का असर नहीं बनने की उम्मीद है।
रविवार की शुरुआत खुले आसमान के बीच हुई। धूप निकलने के चलते तापमान में वृद्धि भी हुई, लेकिन दोपहर दो बजे तक बादल छाने से मौसम सुहावना हो गया। इस बीच कहीं-कहीं हल्की बूंदाबांदी की भी स्थिति बनी। दिन के तापमान में कमी आई और यह आधा डिग्री गिरकर 29.5 डिग्री दर्ज हुआ।
तारीख बरसात (मिमी में )
एक अगस्त 37.3
दो अगस्त 2.0
तीन अगस्त 4.8
चार अगस्त ट्रेस
पांच अगस्त 48.8
छह अगस्त 9.0
सात अगस्त 14.5
आठ अगस्त 98.2
नौ अगस्त 7.4
10 अगस्त 00
11 अगस्त 00
अगस्त में कुल बरसात 222
आधा हुआ कोटा
अगस्त का पहला सप्ताह भी जुलाई की तरह बरसात के बीच बीता है। अगस्त में अब तक सबसे ज्यादा बरसात आठ तारीख को 98.2 मिमी दर्ज की गई। अब तक कुल 222 मिमी बरसात दर्ज की जा चुकी है, जबकि अगस्त की बारिश का सामान्य औसत 402.6 है। एक ताकतवर सिस्टम भी पश्चिमी प्रदेश पर मेहरबान होता है, तो अगस्त का कोटा पूरा हो सकता है।
Updated on:
12 Aug 2019 11:27 am
Published on:
12 Aug 2019 08:57 am
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