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नए टोकन बंद होने से किसानों की बढ़ी मुश्किलें

किसानों को खुले बाजार में करीब एक हजार रुपए का घाटा उठाकर अपनी मूंगफली बेचने को मजबूर होना पड़ेगा।

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नोखा में समर्थन मूल्य पर मूंगफली व मूंग की सरकारी खरीद के लिए नेफैड ने नए टोकन जारी करना बंद कर दिया है। इससे किसानों की मुश्किलें बढ़ गई है। किसान प्रतिनिधि चेतनराम गोदारा, बजरंगलाल आदि का कहना है कि सरकारी खरीद बंद होने पर किसानों को नुकसान उठाना पड़ेगा।

किसानों को खुले बाजार में करीब एक हजार रुपए का घाटा उठाकर अपनी मूंगफली बेचने को मजबूर होना पड़ेगा। सरकारी खरीद बंद करने के विरोध में शुक्रवार को जिला कलक्टर कार्यालय के समक्ष किसान प्रतिनिधि सांकेतिक धरना देंगे। इसके बाद में जिला कलक्टर को ज्ञापन दिया जाएगा।

पूर्व में जारी टोकन पर तुलाई रहेगी जारी
उधर, नेफैड की ओर से माल की तुलाई कर रही एजेंसी नोखा तहसील क्रय विक्रय सहकारी समिति के मुख्य कार्यकारी अधिकारी विक्रमङ्क्षसह बेनीवाल ने बताया कि 28 नवम्बर से नेफैड ने समर्थन मूल्य पर मंूंग व मूंगफली खरीद के लिए नए टोकन जारी करना बंद कर दिया है लेकिन जिन किसानों को पूर्व में टोकन जारी हो चुके हैं उनके माल की तुलाई अन्य आदेश तक जारी रहेगी।

53 सौ किसानों को जारी हुए टोकन
बेनीवाल ने बताया कि नोखा के खरीद केन्द्र पर मूंगफली व मूंग की तुलाई के लिए 28 नवम्बर तक पंजीकृत करीब 53 सौ किसानों को नेफैड ने टोकन जारी किए। इसमें से 29 नवम्बर तक 2 हजार 290 किसानों की 1 लाख 58 हजार 437 बोरी मूंगफली व 295 किसानों का 12 हजार 680 बैग मूंग खरीदा जा चुका है।

धरना आज
श्रीडूंगरगढ़. अखिल भारतीय किसान सभा मूंगफली की सरकारी खरीद को लेकर आन्दोलन करेगी। इसको लेकर शुक्रवार को जिला कलक्टर कार्यालय पर धरना होगा। धरने को सभा के प्रदेश अध्यक्ष पेमाराम व प्रदेश कोषाध्यक्ष गुरुचरणसिंह मोड़ सम्बोधित करेंगे। सभा के जिलाध्यक्ष गिरधारी महिया ने बताया कि धरने को लेकर सभा की तहसील कमेटी के मुखराम गोदारा, पेमाराम नायक, शिव भादू, गोपाल भादू आदि ने गांवों में किसानों से सम्पर्क किया।

छतरगढ़. कस्बे में अनाज मंडी मे इन दिनों मूंगफली की बम्पर आवक से चहल-पहल बढ़ गई है। गौरतलब है कि इस बार बारानी खेती कमजोर होने से मंडी ग्वार आवक नही के बराबर है। ऐसे में मूंगफली की बम्पर आवक ने मंडी में रौनक ला दी है। इससे मंडी में देर रात तक किसानों, व्यापारियों व पल्लेदारों की रौनक देखने को मिल रही है।

इन दिनों मंडी में रोजाना करीब पांच से सात हजार बोरी मूंगफली की आवक हो रही है लेकिन सरकारी खरीद केंद्र पर एक किसान की एक बार में पच्चीस क्विंटल खरीद होने से परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। माल की गुणवत्ता कारण मूंगफली का बाजार भाव करीब 3500 रुपए प्रति क्विंटल के हिसाब से बिक रहा है। जबकि सरकारी खरीद केंद्र पर 4450 रुपए के हिसाब से सरकार खरीद रही है। सरकारी खरीद में 25 क्विंटल की बाध्यता के कारण किसान उपज को जरूरत के मुताबिक बेच रहे हैं।