हुआ यूं कि ढोला मारु होटल के पास ७३ वर्षीय बुजुर्ग व्यक्ति के मकान में निर्माण कार्य चल रहा है। रविवार को बुजुर्ग की रिश्तेदार एक महिला ने मजदूरों को काम नहीं करने के लिए कहा। इस बात को लेकर वहां विवाद हो गया। तब बुजुर्ग ने सदर सीआइ को सूचना दी। इसके बाद थाने से एक उपनिरीक्षक एवं एएसआई राकेश मीणा पहुंचे। बुजुर्ग ने पुलिस अधिकारियों को आपबीती सुनाई लेकिन वे उसकी सुनने को तैयार ही नहीं। उल्टा बुजुर्ग को ही धमकाने लगे। इतना ही नहीं एएसआई राकेश मीणा ने बुजुर्ग के साथ दुव्र्यवहार किया। बुजुर्ग को जबरन गाड़ी में डालकर थाने ले गए, उसका मोबाइल छीन लिया। थाने पहुंच कर बुजुर्ग ने सीएमओ ऑफिस और पुलिस अधीक्षक प्रीति चन्द्रा को फोन कर दिया।
बुजुर्ग के साथ दुव्र्यवहार की शिकायत सीएमओ करने पर बीकानेर रेंज पुलिस महानिरीक्षक प्रफुल्ल कुमार, पुलिस अधीक्षक प्रीति चन्द्रा, सीओ सदर पवन कुमार भदौरिया भी सदर थाने पहुंच गए। पुलिस अधिकारियों ने सदर थाना पुलिस के अधिकारियों को लताड़ लगाई।
पुलिस अधीक्षक प्रीति चन्द्रा जब थाने पहुंची तो बुजुर्ग उन्हें देखकर रो पड़ा। उसने रुंधे गले से बताया कि उसका पट्टेशुदा मकान है, वह उस मकान पर निर्माण करवा रहा है तो क्या गलत है। उसकी महिला रिश्तेदार बेवजह बखेड़ा कर रही है। पुलिस उसके साथ मिली है। रविवार को महिला के बवाल मचाने पर उसने पुलिस को बुलाया। पुलिस अधिकारियों ने महिला को समझाने की बजाय उसके साथ ही दुव्र्यवहार करने लगे। मुझे एक आतंकवादी या बदमाश की तरह जबरन गाड़ी में डाल कर थाने ले आए, मोबाइल छीन लिया।
एएसआई को किया लाइन हाजिर
पुलिस अधीक्षक प्रीति चन्द्रा ने बताया कि वरिष्ठ नागरिक को जब तक कोई गंभीर अपराध नहीं हो थाने ले जाना गलत है। जरूरी हो तो नोटिस दिया जा सकता है। सदर थाने के एएसआई राकेश मीणा ने ७३ वर्षीय बुजुर्ग के साथ दुव्र्यवहार किया जो गलत है। एएसआई को तुरंत प्रभाव से लाइन हाजिर कर दिया है। इस मामले की जांंच सीओ को सौंपी है।
पुलिस की ओर से आमजन के साथ वर्दी का रौब दिखाकर दुव्र्यवहार करने के पहले भी कई मामले सामने आ चुके हैं। हाल ही में एक युवक की ओर से गाड़ी के कागजात दिखाने की बात को लेकर पुलिसकर्मी ने बेरहमी से मारपीट की, यह प्रकरण भी सदर थाना क्षेत्र का था। लॉकडाउन में गंगाशहर पुलिस ने एक व्यक्ति को हेलमेट और मास्क नहीं लगाने पर दुव्र्यवहार किया। करीब ढाई साल पहले जेएनवीसी थाने में हेलमेट नहीं लगाने और पुलिस से मामूली-सी बहस करने पर युवक को थाने ले जाकर बेरहमी से मारपीट की गई। पुलिस के इस तरह के आमजन के साथ व्यवहार से छवि धूमिल होती है।