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लायन और दरियाई घोड़ा के अदान प्रदान में बाधा बना कोरोन, इधर कानन 23 तक बंद

देश को हिला देने वाले कोरोना वायरस का खौफ हर जगह पर दिनों दिन बढ़ती जा रही है

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लायन और दरियाई घोड़ा के अदान प्रदान में बाधा बना कोरोन, इधर कानन 23 तक बंद

लायन और दरियाई घोड़ा के अदान प्रदान में बाधा बना कोरोन, इधर कानन 23 तक बंद

बिलासपुर. कानन पेंडारी से चार लॉयन को होली के बाद भुनेश्वर नंदनवन भेजने की तैयारी कर ली गई थी। वहीं भुनेश्वर से अधिकारी एक पेयर मादा दरियाई घोड़ा लेकर आने वाले थे। लेकिन कोरोना वायरस की घटना तेजी से बढ़ते देख भुनेश्वर के अधिकारी कानन पेंडारी से जानवर ले जाने के लिए नहीं आ रहे हैं। दूसरी ओर कानन पेंडारी को 23 मार्च तक के लिए बंद कर दिया गया है। देश को हिला देने वाले कोरोना वायरस का खौफ हर जगह पर दिनों दिन बढ़ती जा रही है। इसका असर व्यापार सहित आम लोगों पर जबरदस्त पड़ा है। इस संक्रमण की वजह से लोग घर से बाहर निकलना बंद कर दिए हैं। कानन पेंडारी के एक कर्मचारी ने बताया कोरोना वायरस का खौफ इतना है कि भुनेश्वर नंदनवन से बाघ लेने के लिए अधिकारी कानन पेंडारी आने वाले थे। लेकिन आज तक उनका अता पता नहीं है। उनके द्वारा किसी प्रकार का संपर्क भी नहीं किया जा रहा है। कानन पेंडारी के रेंजर होरेश शर्मा ने बताया लायन को लेने के लिए नहीं आ रहे हैं इसकी सूचना अभी तक नहीं मिली है भुनेश्वर से आने वाले अधिकारी चारों लायन के बादले हमें दो पेयर मादा दरियाई घोड़ा लेकर आने की बात कही थी। उसका भी अता पता नहीं है। बताया जाता है कोरोना के वायरस की वजह से कानन पेंडारी और भुनेश्वर की टीम नहीं आ रही है। हालांकि इसकी पुष्टि अधिकारी नहीं कर रहे हैं।

कोरोना के कारण कानन पेंडारी को बंद कर दिया गया है लायन को लेने के लिए अभी तक भुनेश्वर से टीम नहीं आई और न ही किसी प्रकार की सूचना दी गई है।

सत्यदेव शर्मा, डीएफओ बिलासपुर