
Health Alert : आई फ्लू, डेंगू के बाद अब डायरिया का प्रकोप, 1 दर्जन से ज्यादा मामले, अलर्ट मोड में प्रशासन
बिलासपुर. कोटा नगर पंचायत में जर्जर और नालियों में डूबी पाइपलाइन से गंदे पानी की सप्लाई होने से यहां रहने वाले लगातार उल्टी और दस्त की चपेट में आ रहे हैं। नगर पंचायत के 3 वार्डों समेत अन्य वार्डों से शनिवार को एक दर्जन से अधिक मरीज सामने आए।
इनमें से अधिकांश मरीजों का सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोटा में उपचार चल रहा है। दूसरी ओर दो दिनों के बाद नगर पंचायत अधिकारी नींद से जागे और शनिवार शाम को पानी सप्लाई के बोर में क्लोरीन दवाइयां डालवाई गईं। वार्डों में पसरी गंदगी से भी लोग डायरिया की चपेट में आ रहे हैं।
कोटा नगर पंचायत में पानी की सप्लाई ओवर हेड टैंक के माध्यम से होती है। पानी की सप्लाई लाइन 10 वर्ष से अधिक पुरानी है। यहां बिछाई गई पाइप लाइनों में अधिकांश जर्जर हालत मेें और नालियों के अंदर से होकर गुजरी है।
पेयजल पाइप लाइन के जर्जर होने और दूषित जल लोगों को सप्लाई किए जाने के कारण शुक्रवार और शनिवार को नगर पंचायत के वार्ड नंबर 10,.11 और 12 समेत आसपास के क्षेत्र के लोग डायरिया और उल्टी की समस्या से ग्रसित हो गए। पिछले 2 दिनों में कोटा नगर पंचायत क्षेत्र से 15 डायरिया और उल्टी के मरीज सामने आए हैं।
इनमें से एक दर्जन लोगों को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र कोटा में भर्ती किया गया है। मरीजों की संख्या बढ़ने पर स्वास्थ्य विभाग ने क्षेत्र के लोगों के घर-घर जाकर उन्हें डायरिया व उल्टी से बचाव के लिए दवाइयां बांटने की शुरुआत की गई है।
सफाई नहीं, गंदगी के कारण और बढ़ रही बीमारी
लोगों ने बताया कि कोटा नगर पंचायत में सफाई के नाम पर भी खानापूर्ति हो रही है। बारिश में जलजनित बीमारियां फैलने से पहले निकायों के प्रभारियों को इसकी रोकथाम के लिए व्यवस्था दुरुस्त रखने नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग ने पहले ही फरमान जारी किया था। इसके बाद भी नगर पंचायत ने इसे गंभीरता से नहीं लिया। इसके कारण भी लोग बीमार हो रहे हैं।
Published on:
27 Aug 2023 08:26 pm
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