२१ वर्षीय अजिता पाण्डेय ने बताया कि कुछ वर्ष पूर्व सपेरे सांपों को लेकर उनके घर आए। उन्हें देखकर मेरे मन में उनको जानने की जिज्ञासा हुई। मैंने यूट्यूब, समाचार पत्र, पुस्तक आदि के माध्यम से उनके बारे में ज्यादा से ज्यादा जानने की कोशिश की। जिसमें पता चला कि तीन चार सांप एेसे होते हैं जिनमें जहर होता हैं।
जिसके काटने से लोगों की मौत तक हो सकती हैं। जानकारी के अभाव में लोग डर से सांपों को मार डालते हैं। लोगों के डर और सांप के प्रति नफरत को मिटाने के लिए अजिता पाण्डेय लोगों में जागरूकता फैला रही है। जहां भी उनको जानकारी होती हैं वहां वे उन्हें बचाने पहुंच जाती है। सांपों की हरकत को देखकर ही अजिता अंदाजा लगा लेती हैं कि सांप जहरीला है की नहीं। उसके बाद ही वह उन्हें पकडऩे में जुट जाती है।
बच्चों की तरह मानती हैं उन्हें
अजिता पाण्डेय ने बताया कि वह सांपों व अन्य जानवरों को अपने बच्चे की तरह मानती हैं। सांपों को पकड़ते समय उन्हें चोट न लगे इसका पूरा-पूरा ध्यान रखती हैं। वह हमेशा सांपों को हाथ से ही पकड़ती है, लेकिन जहरीले सांपों को पकडऩे के लिए सुरक्षा के सारे उपकरण साथ रखती है। वह किसी भी जानवर को कैद में नहीं देख सकती है इसलिए उन्हें आजादी से जीने के लिए जंगल में छोड़ देती है।
स्टाफ नर्स है अजिता: अजिता पाण्डेय के पिता भेचेन्द्र पाण्डेय एक मंझे हुए कलाकार हैं, जो नारियल से विभिन्न प्रकार की मूर्ति का निर्माण करते हैं।
उनकी मां सूर्यकांता पाण्डेय शिक्षक हैं। अजिता ने अभी तक एक हजार से ज्यादा सांपों को पकड़ चुकी है। घर वाले उन्हें हमेशा समझते हैं कि वह एेसे काम न करें जिससे उनके जान को खतरा हो। लेकिन अजिता फोन आते ही बिना घर वालों को बताएं पहुंच जाती हैं अपने बच्चों को बचाने के लिए। वह शहर के एक प्रतिष्ठित हास्पिटल में स्टाफ नर्स का काम करती है।
लोगों से अपील: अजिता पाण्डेय ने बताया कि सांप पकडऩा उतना आसान नहीं है जितना की दिखाई देता है। अगर कोई किसी को देखकर सांप पकडऩे की कोशिश करता हैं तो उसकी जान भी जा सकती है। अजिता ने लोगों से अपील करते हुए कहा कि सांप पकडऩे से पहले उसकी अच्छे प्रशिक्षक से टे्रनिंग लें तथा सांपों की पूरी जानकारी रखें। उसके बाद ही वह इस जोखिम भरे काम को करें। जानकारी के अभाव में लोगों की जान भी सकती है।