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प्राचीन भवर गणेश मंदिर में चौथी बार हुआ कुछ ऐसा की ग्रामीण रह गए सनन, करतूत देख हरकत में आई पुलिस

- डेढ़ साल बाद पाली मंदिर की प्राचीन भवर गणेश मंदिर से गरूण प्रतिमा फिर से चोरी कर ले गए चोर - दिसम्बर 2022 को तत्कालिन एसीसीयू ने खोज कर निकाला था तालाब से

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चोरी हुई भवर गणेश मंदिर की गरूण प्रतिमा

प्राचिन भवर गणेश मंदिर में चौथी बार हुआ कुछ ऐसा की ग्रामीण रह गए सनन, करतूत देख हरकत में आई पुलिस

बिलासपुर. इटावा पाली स्थित भवर गणेश मंदिर से गरूण प्रतिमा को चोरो ने 4 बार चोरी कर लिया। सुबह जब पुजारी पूजा करने के लिए पहुंचे तो घटना का पता चला। शिकायत पर मस्तूरी पुलिस अपराध दर्ज कर जांच को आगे बढ़ा रही है। मालूम हो कि पूर्व में चोरो ने डेढ़ साल पहले हथियार की नोक पर वारदात को अंजाम देते हुए पुजारी महेश कुमार को बंधक बना कर भवर गणेश मंदिर से गरूण प्रतिमा चोरी कर ले गए थे।

इटावा पाली भवर गणेश मंदिर के पुजारी महेश राम पिता राम दुलार केंवट (45) ने थाने पहुंच कर भवर गणेश मंदिर से चौथी बार गरूण प्रतिमा चोरी होने की शिकायत दर्ज कराई है। पीड़ित ने बताया कि रविवार शाम 6.30 बजे मंदिर में पूजा पाठ करने के बाद गांव के नरबद पटेल, गणेश केंवट व ग्राम परसदा के सरजू केंवट के साथ बैठ कर बाते करते रहे और फिर मंदिर में ताला लगाकर घर सोने चले गए थे।

मंदिर में नीरतु का शीतल पिता महादेव वैष्णव मंदिर के बंगल कमरे में सोया हुआ था। सोमवार सुबह 5.30 बजे महेश कुमार केंवट पूजा करने पहुंचेे तो देखा मंदिर का ताला टूटा व ग्रेनाइट पत्थर से निर्मित प्राचिन गरूम प्रतिमा चोरी हो चुकी है। पुजारी ने शीतल वैष्णव महराज को जगाया मंदिर से प्राचीन प्रतिमा चोरी होने की जानकारी दी। दोनों फिर सरपंच पति टिकाराम पोर्ते के पास पहुंच कर घटना की जानकारी दी व मस्तूरी पुलिस को सूचना देकर बुलाया। मौके पर पहुंची पुलिस ने मामले में अपराध दर्ज कर जांच कर प्राचीन प्रतिमा चोरी करने वाले आरोपियों की तलाश कर रही है।

26 अगस्त 2022 को हुई थी प्रतिमा चोरी

भवर गणेश मंदिर से प्राचीन गरूण प्रतिमा डेढ़ साल पूर्व 26 अगस्त 2022 को चोरी हुई थी। उस दौरान 4 हथियार बंद लुटेरो ने मंदिर के पुजारी महेश कुमार केंवट को बंधक बना कर चोरी की वारदात को अंजाम दिया था। चोरी के मामले की जांच के दौरान एसीसीयू की टीम ने खरीदार बन कर मूर्ति खरीदने पहुंचे व 4 करोड़ में सौदा कर आरोपियों को गिरफ्तार किया था। मूर्ति उस दौरान पाली के ही एक तालाब से बोरे में पुलिस ने बरामद की थी।

दो बार पूर्व में भी हो चुका है मूर्ति चोरी का प्रयास

वर्ष 2004 में चोरो ने प्राचीन गरूण प्रतिमा को चोरी करने का प्रयास किया था। उस दौरान आरोपी मूर्ति को चोरी करने में कामयाब नहीं हो पाए थे। उसके बाद चोरो ने वर्ष 2007 में मूर्ति चोरी कर अपने साथ ले गए। शिकायत के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही थी, मूर्ति लगभग 6 माह बाद खुद ही मंंदिर में चोर छोड़ कर चले गए थे।

लगातार मूर्ति चोरी की संभवना फिर भी सुरक्षा के इंतजाम नहीं

10वीं शताब्दी की गरूण प्रतिमा भवर गणेश मंदिर में स्थापित है। प्राचीन प्रतिमा की धार्मिक मान्यता होने की वजह से मूर्ति आस पास के क्षेत्र में काफी प्रचलित है। तीन बार चोरी होने के बाद भी मूर्ति वापस आ गई । बावजूद इसके शासन स्तर पर प्राचीन प्रतिमा की सुरक्षा को लेकर कोई इंतजाम नहीं किया गया।

4 करोड रुपए में सौदा हुआ था पिछली बार

प्राचीन गरूण प्रतिमा चोरी होने के बाद पुलिस व एसीसीयू की टीम मामले की जांच कर रही थी। आरोपियों को गिरफ्तार करने सूचना एकत्र करने के दौरान एसीसीयू को पता चला कि चौहा मस्तूरी निवासी युवराज टंडन गरूण प्रतिमा को बेचने के ग्राहक तलाश रहा है। टीम ने कन्नौज के व्यापारी होने का झांसा देकर युवराज से सम्पर्क किया था उस दौरान मूर्ति बेचने का सौदा 4 करोड रुपए में था। टीम ने चूरन वाले नकली नोट दिखा कर सुमीर राय निवासी चौहा, निशांत घृतलहरे निवासी चकरबेढ़ा व अतुल भार्गव निवासी टिकारी को मूर्ति के साथ बुलाया। आरोपियों ने मूर्ति का सैम्पल दिखाने पैर का एक टुकड़ा लाया तो पुलिस ने चारो आरोपियों को गिरफ्तार लिया था।

भवर गणेश मंदिर से प्राचिन गरूण प्रतिमा के चोरी होने की शिकायत पुजारी ने दर्ज कराई है। सूचना के बाद मामले की जांच के बाद अपराध दर्ज कर आरोपियों की तलाश की जा रही है।

अर्चना झा, एएसपी ग्रामीण