मेशी ने कहा कि मेरा मानना है कि सोशल मीडिया का जबदस्त लाभ है, लेकिन इसका एक स्याह पहलू भी है, जब लोग अपने आप को इससे दूर नहीं रख सकते। हमें इस अभियान को बेहतर ढंग से समझने की आवश्यकता है, ताकि हम यह निर्धारित कर सकें कि अत्यधिक सोशल साइट्स के उपयोग को एक लत माना जाना चाहिए।
यह शोध जर्नल ऑफ बिहेबियर एडिक्शंस में प्रकाशित किया गया है। शोधकर्ताओं ने प्रतिभागियों को आयोवा गैम्बलिंग टास्क पूरा करने दिया। इस टास्क का प्रयोग सामान्यत: मनोवैज्ञानिक निर्णय लेने की क्षमता को नापने के लिए करते हैं। इस टास्क को पूरा करने में सोशल मीडिया की लत रखने वाले लोगों ने किसी नशेड़ी की भांति ही सही चयन करने में गलतियां कीं। जिन लोगों ने जितनी अच्छी तरह से टास्क पूरा किया, उन्हें सोशल साइटों की लत उतनी ही कम थी।