मेडिकल रिसर्च काउंसिल संस्थान के शोधकर्ताओं का कहना है कि लोगों के स्वास्थ्य के लिहाज से यह एक अहम शोध साबित होगा। जब दो लोग आपस में हाथ मिलाते हैं तो उनके शरीर की तरंगें एक दूसरे की अंगुलियों के माध्यम से शरीर में प्रसारित हो जाती हैं। ऐसे में यदि किसी व्यक्ति के शरीर में अधिक नकारात्मक तरंगे होंगी तो वे दूसरे व्यक्ति के शरीर में पहुंच सकती हैं।
इसके अलावा नमस्कार करने से व्यक्ति संक्रमण से दूर तो रहता ही है साथ ही हाथों को जोड़ने की मुद्रा से एक्यूप्रेशर बिंदु आपस में मिलते हैं जिसके कारण इन बिंदुओं पर दबाव पड़ता है। इसका सीधा प्रभाव हमारी आंख, कान व दिमाग पर पड़ता है।