अन्ना ने प्रधानमंत्री मोदी पर चुटकी लेते हुए कहा, ‘मैने सुना था कि उनमे (मोदी) इगो बहुत है, शायद इसलिए मेरे पत्रों का जवाब नहीं दिया।’ अन्ना हजारे ने प्रधानमंत्री पर आरोप लगाया कि उन्होंने (मोदी) कहा था कि वह भ्रष्टारचार मुक्त देश बनाएंगे, 30 दिन में विदेशों से काला धन वापस लाएंगे, सबके खाते में 15-15 लाख रुपये जमा हो जाएंगे, हम जैसे फकीर भी इनकी बातों में आ गए और वोट दे दिया। लेकिन, उन्होंने कुछ नहीं किया, एक के भी खाते में 15 रुपये तक नही आया। अन्ना ने कहा, ‘रघु कुल रीत सदा चली आई, प्राण जाए पर वचन न जाए।’ उन्होंने प्रधानमंत्री से सवाल कि उन्होंने वचन दिया था, तो अब वचन क्यों छोड़ रहे हैं। अपने वचन को पूरा करें। अन्ना के मुताबिक, सत्ता से पैसा और पैसे से सत्ता, सब कुछ ऐसे ही चल रहा है। चाहे देश गडढे में चला जाए, किसी को कुछ फर्क नही पड़ता। वित्त आयोग ने 40 संशोधन किए, 1 संशोधन पार्टियों ने अपने फायदे का किया कि कम्पिनयां 3 साल में जितना मुनाफा कमाएगी उसका 7.5 प्रतिशत राशि चंदे में दे सकते हैं और कम्पिनयां चंदा सत्तारूढ पार्टी को ही देगी।