
बुलंदशहर हिंसाः गोकशी की एफआर्इआर की पड़ताल में चौंकाने वाली बात आर्इ सामने, अब उठने लगे सवाल
बुलंदशहर।उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले के स्याना चिंगरावठी चौकी के पास सोमवार को कथित गौकशी के बाद भड़की हिंसा में इंस्पेक्टर सुबोध कुमार समेत दो लोगों की जान चली गर्इ।वहीं उपद्रवियों ने कर्इ वाहनों को आग के हवाले कर दिया।इस दौरान उपद्रवियों को आैर उग्र होते देख मौके पर भारी पुलिस फोर्स आैर अधिकारी पहुंचे।जिसके बाद हालातों पर काबू पाते हुए पुलिस ने एफआर्इआर दर्ज कर कर्इ आरोपियों को गिरफ्तार किया।वहीं अब बजरंग दल के संयोजक योगेश राज द्वारा दी गर्इ शिकायत पर सवाल खड़े होने लगे हैं।इसकी वजह एफआर्इआर में बनाये गये सात आरोपी हैं।इनमें से दो नाबालिग है। तो वहीं अन्य पांच में से चार के नाम पर सवाल खड़े हो रहे हैं।
कथित गोकशी मामले में दर्ज कराई गई एफआईआर में सात लोगों को नामजद किया गया है। वहीं जब पत्रिका ने इसकी पड़ताल की तो गांव के रहने वाले यासिन ने दावा किया कि एफआर्इआर में जिन सात लोगों को आरोपी बनाया गया है।उनमें से एक मेरा ग्यारह वर्षीय बेटा आैर एक बारह वर्षीय भतीजा है। वहीं पांच अन्यों में शराफत, सुदैफ, इलियास, परवेज आैर सर्फुद्दीन है।इन पांचों का पता नयाबांस बताया गया है।जबकि हमारे गांव में सुदैफ चौधरी आैर परवजे नाम के कोर्इ शख्स नहीं रहता।वहीं शराफत का परिवार आज से दस साल पूर्व ही गांव छोड़कर जा चुका है।वह लोग हरियाणा के फरीदाबाद में रहते है। इतना ही नहीं यासिन ने आगे दावा किया कि गांव में इलियास नाम के दो शख्स रहते है।आैर वो दोनों ही उस दिन मेरे साथ इज्तेमा में मौजूद थे।वहीं सर्फुद्दीन गांव का ही रहने वाला है।जिसे पुलिस पकड़कर ले गर्इ थी।
Published on:
05 Dec 2018 07:56 pm
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