
प्रिंसिपल बच्चों को गिलास में भरकर देता था मूत्र आैर फिर करता था यह आदेश
बुलंदशहर।स्कूल को विद्या का मंदिर कहा जाता है आैर शिक्षक को माता-पिता से बढ़कर गुरु आैर भगवान बराबर माना जाता है। लेकिन उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में आया यह मामला आप को सोचने पर विवश कर देगा। दरअसल यहां प्राथमिक विद्यालय के छात्र-छात्राआें ने स्कूल के हेड मास्टर यानि प्रिंसिपल पर गिलास में मूत्र भरकर यह काम करने का आरोप लगाया है। आरोप है कि यह न करने पर प्रिंसिपल उनकी पिटार्इ कर रहा था।
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यह है पूरा मामला बच्चों ने लगाया एेसा आरोप
दरअसल बुलंदशहर के पहासू क्षेत्र प्राथमिक विद्यालय है।विद्यालय में पहली से लेकर पांचवी कक्षा तक बच्चे पढ़ते है।यहां पढ़ने वाले बच्चों ने अपने प्रिंसिपल पर आरोप लगाया कि वह जात के आधार पर भेद भाव करता है।इतना ही नहीं आरोप है यहां पढ़ने छात्र-छात्राआें ने सोमवार को अपने परिजनों को जानकारी दी कि स्कूल हेड मास्टर यानि प्रिंसिपल गिलास में मूत्र भरकर उन्हें सौंप देता है।आरोप है कि वह इस गिलास को छात्रों को फेंकने के लिए आदेश देता है। परिजनों का आरोप है कि एेसा न करने पर प्रिंसिपल बच्चों को मारता पिटता है। पहले तो बच्चों ने यह बात अपने परिजनों को नहीं बतार्इ।लेकिन प्रिंसिपल द्वारा आए दिन यहीं हरकत कराने पर उन्होंने सोमवार को घर वालों को इसकी शिकायत दी।
स्कूल पहुंचकर छात्र-छात्राआें के परिजनों ने किया हंगामा
बच्चों की बात सुनकर मंगलवार को स्कूल पर परिजनों ने हंगामा कर दिया। उन्होंने मामले की जानकारी पुलिस को दी। उन्होंने आरोप लगाया कि प्रिंसिपल जातिगत पक्षपात करता है। पुलिस मौके पर पहुची और मामले को किसी तरह शांत कराया।थाना प्रभारी अखिलेश कुमार ने मामले से खण्ड शिक्षा अधिकारी और बेसिक शिक्षा अधिकारी को अवगत कराया।थानाध्यक्ष ने आला अफसरों को ये भी बताया कि स्टूडेंट्स और ग्रामीणों ने प्रिंसिपल पर गिलास में पेशाब कर छात्र-छात्राओं से क्लास के बाहर फिकवाने की बात भी बताई।वहीं मामला संज्ञान में आने पर बेसिक शिक्षा अधिकारी ने आरोपी प्रिंसिपल को तलब कर लिया है।वहीं अभिभावकों का आरोप है कि हेड मास्टर दलित और स्टूडेंट अलग अलग जातियों से सम्बंध रखते है।
Published on:
01 Aug 2018 01:56 pm
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