
नई दिल्ली। भारत के वॉरेन बफेट कहे जाने वाले राकेश झुनझुनवाला एयरलाइंस बिज़नेस में काफी समय से हाथ आजमाना चाह रहे हैं। राकेश झुनझुनवाला का ड्रीम प्रोजेक्ट Akasa Airline है। इसके लिए उन्हें अब इंडिगो एयरलाइन के पूर्व प्रेसिडेंट आदित्य घोष (Aditya Ghosh) का साथ मिल गया है। आदित्य घोष ने इंडिगो एयरलाइन को भारत की नंबर एक एयरलाइन बनाया है जिसमे उन्होंने 10 साल तक काम किया है।
आदित्य घोष की हिस्सेदारी
आदित्य घोष Akasa Airline में 10% से भी कम हिस्सेदारी से जुड़ेंगे। यह एयरलाइन राकेश झुनझुनवाला, जेट एयरवेज के सीईओ विनय दुबे के साथ शुरू करने जा रहे हैं, जिसमे आदित्य घोष मैनेजमेंट का हिस्सा नहीं होंगे लेकिन राकेश झुनझुनवाला के नॉमिनी के तौर पर बोर्ड का हिस्सा जरूर होंगे। वही, राकेश झुनझुनवाला Akasa Airlines में 40% का हिस्सा रखेगे और विनय दुबे 15% का हिस्सा रखेंगे।
आदित्य घोष का अनुभव
आदित्य घोष 2008 में इंडिगो एयरलाइन से जुड़े थे। 10 साल तक आदित्य इंडिगो एयलाइंस में बतौर प्रेसिडेंट और पूर्णकालिक डायरेक्टर के तौर पर काम किया। आदित्य पेशे से वकील हैं जिन्होंने 2018 में इंडिगो एयरलाइन छोड़ दी। आदित्य ने 10 सालो में इंडिगो को 160 विमानों के बेड़ों तक पहुंचाया। 55000 करोड़ के मार्केट शेयर के साथ इंडिगो को उन्होंने छोड़ा।
आदित्य घोष फिलहाल एथनिक फैब्रिक एंड लाइफस्टाइल रिटेलर फेब इंडिया (Fab India) और होटल एग्रीगेटर ओयो रूम्स (OYO ROOMS) में बोर्ड मेंबर हैं।
राकेश झुनझुनवाला की Akasa Airlines
झुनझुनवाला Akasa Airlines को अल्ट्रा लो कॉस्ट एयरलाइन के तौर पर चलाएंगे। जिसमे झुनझुनवाला की हिस्सेदारी 40% होगी जो करीब $35 मिलियन डॉलर यानी 260 करोड़ का निवेश होगा। इसके लिए Akasa Airline को भारतीय उड्डयन मंत्रालय से 15 दिनों में NOC मिलने की उम्मीद है।
Published on:
29 Jul 2021 03:00 pm
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