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योगी के कहने पर 301 लाख करोड़ का NSE बाजार चला रहीं थीं चित्रा, इनको मिलते थे ‘भगवान’

Published: Feb 13, 2022 11:28:57 am

Submitted by:

Mahima Pandey

SEBI ने एक बड़े खुलासे में बताया है किस्टॉक एक्सचेंज NSE की पूर्व सीईओ और एमडी चित्रा रामकृष्ण हिमालय में रहने वाले योगी से काफी प्रभावित थीं। वो इतनी प्रभावित थीं कि उन्होंने कई बड़े निर्णय योगी की सलाह के बाद लिया।

An yogi guided ex-MD of NSE Chitra Ramkrishna in all key decision

An yogi guided ex-MD of NSE Chitra Ramkrishna in all key decision

भारत का सबसे बड़ा स्टॉक एक्सचेंज NSE की पूर्व सीईओ और एमडी चित्रा रामकृष्ण ने हिमालय पर रहने वाले किसी योगी के प्रभाव में NSE से जुड़े कई बड़े फैसले लिए। इस फैसले में आनंद सुब्रमण्यम को एक्सचेंज में समूह परिचालन अधिकारी एवं प्रबंध निदेशक का सलाहकार नियुक्त करना भी शामिल है। ये खुलासे रामकृष्ण, NSE और चार अन्य के खिलाफ जांच के बाद शुक्रवार को सेबी के अंतिम आदेश का हिस्सा हैं। यह आदेश शुक्रवार को जारी किया गया और बाजार नियामक की वेबसाइट पर इसकी जानकारी उपलब्ध है।
सेबी ने किया खुलासा

सेबी के एक अधिकारी के मुताबिक ‘चित्रा रामकृष्ण हिमालय में रहने वाले योगी से काफी प्रभावित थीं। इस योगी को उन्होंने कभी देखा भी नहीं है फिर भी बड़े निर्णय लिए। ये योगी तीन वेदों के नामों वाली एक ईमेल आईडी का इस्तेमाल करते थे। इस निर्णय में आनंद सुब्रमण्यम की नियुक्ति भी शामिल है।’

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चित्रा रामकृष्ण ने स्वीकारे आरोप

रामकृष्ण ने खुद स्वीकार किया है कि वह अज्ञात योगी ‘सिरोमणी’ से कभी नहीं मिलीं, लेकिन लगभग 20 वर्षों तक उनके साथ ईमेल आईडी rigyajursama@outlook.com के जरिए समपर्क में रहीं और कुछ सबसे महत्वपूर्ण कॉर्पोरेट और व्यावसायिक निर्णयों के लिए दिशा-निर्देश लिए। रामकृष्ण ने बतय कि उस योगी के साथ एनएसई के पांच साल के अनुमानों, वित्तीय डेटा, लाभांश अनुपात, व्यावसायिक योजनाओं, बोर्ड बैठक के एजेंडे जैसी जानकारी साझा की, और यहां तक कि कर्मचारियों के प्रदर्शन के मूल्यांकन पर उनसे परामर्श भी किया।
चित्रा रामकृष्ण के अनुसार, उस अज्ञात योगी के पास कथित रूप से एक अध्यात्मक शक्ति थी जो अपनी इच्छानुसार कहीं भी प्रकट हो सकती थी। इस मामले में सेबी ने 190 पेज के आदेश में पाया कि रामकृष्ण ने आनंद सुब्रमण्यम की नियुक्ति करते समय अपने पड़ का दुरुपयोग किया था।

रामकृष्ण के खिलाफ सेबी ने लिया एक्शन

अब इस मामले में एक्शन लेते हुए SEBI ने रामकृष्ण पर 3 करोड़ रुपये, नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE),पूर्व प्रबंध निदेशक तथा मुख्य कार्यपालक अधिकारी रवि नारायण और सुब्रमण्यम पर 2-2 करोड़ रुपये तथा वी आर नरसिम्हन पर 6 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। इसके साथ ही भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने NSE 6 महीने तक के लिए को कोई भी नया उत्पाद पेश करने पर रोक लगा दी है।

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रामकृष्ण को NSE ने 2016 में निकाल दिया था

बता दें कि अप्रैल 2013 से दिसम्बर 2016 तक रामकृष्ण NSE की एमडी और सीईओ रहीं थीं। रामकृष्ण को को-लोकेशन और एल्गो ट्रेडिंग घोटाले में उनकी भूमिका और सुब्रमण्यम की नियुक्ति में पद के दुरुपयोग के लिए 2016 में NSE से बाहर कर दिया गया था।
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