30 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

हवाई सफर होगा महंगा! ATF के दाम में फिर हुआ बड़ा इजाफा

हवाई सफर करने वालों के लिए बड़ी खबर सामने आई है। दरअसल हवाई यात्रियों को बड़ा झटका लग सकता है। जल्द ही हवाई यात्रा महंगी हो सकती है। दरअसल गुरुवार को जेट फ्यूल या एयर टर्बाइन फ्यूल (एटीएफ) की कीमत में एक बार फिर से जबरदस्त इजाफा हुआ है।

2 min read
Google source verification
ATF Price Hike Today More than 16 Percent Air Travel Will Be Expensive

ATF Price Hike Today More than 16 Percent Air Travel Will Be Expensive

हवाई सफर करने वालों के लिए बड़ी खबर सामने आई है। हवाई यात्रा के लिए जल्द ही यात्रियों को अपनी जेब ज्यादा ढीली करनी पड़ सकती है। दरअसल गुरुवार को एयर टर्बाइन फ्यूल यानी ATF के दामों में जबरदस्त उछाल देखने को मिला है। इसकी की कीमतें 16.3 फीसदी बढ़ा दी गई हैं। इसका सीधा असर हवाई यात्रा पर पड़ सकता है। एयरलाइंस एयर फेयर में इजाफा कर सकती है। ये इजाफा 15 फीसदी तक हो सकता है। बता दें कि, यह मार्च 2022 के बाद से सबसे बड़ी बढ़ोतरी है। इसके साथ ही जेट फ्यूल का भाव नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है।

हवाई ईंधन के दाम में एक बार फिर इजाफा होने से हवाई यात्रियों को बड़ा झटका लगा सकता है। गुरुवार को कीमतों में 16.3 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। इनमें 1.41 रुपए प्रति किलोलीटर यानी 123.03 रुपए प्रति लीटर की बढ़ोतरी की गई है।

ATF की कीमतों में एकसाथ ही 16.3 फीसदी की बढ़ोतरी के बाद ये अब तक के सबसे उच्च स्तर पर पहुंच गया है। राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली एटीएफ के रेट बढ़कर 141232.87 रुपये प्रति किलोलीटर पर पहुंच गए हैं। ये दिल्ली के लिए बड़ी बढ़ोतरी मानी जा रही है।

यह भी पढ़ें - गर्मी की छुट्टियों में खूब घूमें, शुरु हो गई हैं नई फ्लाइट्स

इसलिए हवाई किराया बढ़ने के आसार
दरअसल एटीएफ का एयरलाइंस की कुल लागत में करीब 40 फीसदी हिस्सा होता है और इसके बढ़ने से एयरलाइंस की लागत भी बढ़ती हैं।

जेट फ्यूल या एटीएफ इस साल अपने अभी तक के रिकॉर्ड ऊंचाई के स्तर पर पहुंच गया है। इससे पहले 1 जून को छोड़कर साल 2022 के हर 15वें दिन में फ्यूल में बढ़ोतरी हुई थी।

किराए में बढ़ोतरी के अलावा कोई विकल्प नहीं
फ्यूल में इजाफे के तुरंत बाद स्पाइसजेट के सीएमडी, अजय सिंह ने माना कि, अब घरेलू एयरलाइनों के पास किराए में तुरंत बढ़ोतरी करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है।

किराए में न्यूनतम 10 से 15 फीसदी के इजाफे की तत्काल जरूरत है, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि संचालन की लागत बेहतर बनी रहे।

यह भी पढ़ें - दिल्ली एयरपोर्ट ने शुरू की RFID टैग की सुविधा, जानिए क्या होगा फायदा