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भारतीय शेयर बाजार में लौटी रौनक, Share Market को मिला विदेशी निवेशकों का साथ, दिखा सेंसेक्स-निफ्टी में उछाल

रूस-यूक्रेन युद्ध में कमी की उम्मीदों के बीच विदेशी निवेशकों (FPI) की निकासी थमती नजर आई है। यह लगातार 15वां हफ्ता है जब एफपीआइ ने भारतीय बाजार से पैसा निकाला है।

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भारत

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Devika Chatraj

Mar 24, 2025

भारतीय शेयर बाजार (Share Market) में विदेशी निवेशकों (Investor) की बिकवाली का सिलसिला थमा है। पिछले सप्ताह विदेशी निवेशकों ने भारतीय शेयर खरीदे, जिससे 21 मार्च को समाप्त के दौरान एफआइआइ (FII) की कुल निकासी केवल 1,794 करोड़ रुपए रही। इससे सेंसेक्स-निफ्टी 4% से अधिक चढ़ा। मार्च में एफआइआइ ने 15,000 करोड़ रुपए निकाले हैं। वैश्विक स्तर पर तनाव में कुछ राहत और रूस-यूक्रेन युद्ध में कमी की उम्मीदों के बीच विदेशी निवेशकों (FPI) की निकासी थमती नजर आई है। यह लगातार 15वां हफ्ता है जब एफपीआइ ने भारतीय बाजार से पैसा निकाला है। हालांकि, मार्च में उन्होंने भारतीय बॉन्ड यानी ऋण बाजार में 10,955 करोड़ रुपए का निवेश किया है।

बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि इस हफ्ते भारतीय शेयर बाजार की चाल ग्लोबल ट्रेंड, टैरिफ से जुड़े अपडेट और विदेशी निवेशकों की गतिविधियों से तय होगी। साथ ही अमरीका में जीडीपी के आंकड़े जारी होंगे, जो दुनियाभर के शेयर बाजारों को प्रभावित करेंगे। मोतीलाल ओसवाल के सिद्धार्थ खेमका ने कहा, आकर्षक वैल्यूएशन और आर्थिक पुनरुद्धार के संकेतों से एफआइआइ भारतीय बाजार में लौट सकते हैं।

क्या कहते हैं बाजार विशेषज्ञ

रेलिगेयर ब्रोकिंग के सीनियर वाइस प्रेसिडेंट अजित मिश्रा ने कहा, घरेलू मोर्चे पर कोई प्रमुख आर्थिक घटनाक्रम नहीं होने की वजह से सभी का ध्यान मार्च के डेरिवेटिव अनुबंधों के निपटान और एफआइआइ की गतिविधियों पर रहेगा। वैश्विक मोर्चे पर अमरीकी बाजारों पर सभी की निगाह रहेगी। टैरिफ से जुड़े अपडेट और निवेशकों की धारणा को प्रभावित करेंगे। हालांकि, तेज गिरावट के बाद अमरीकी बाजारों में अस्थायी राहत देखने को मिली है, लेकिन मिले-जुले संकेतों से आने वाले सत्रों में संभावित रूप से कुछ उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है।

FII दे सकते बूस्ट

जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के विनोद नायर ने कहा, घरेलू बाजार रिस्क फ्री रेट में प्रत्याशित कमी, डॉलर सूचकांक में सुधार की वजह से उभरते बाजारों में निवेश प्रवाह लौट रहा है। विदेशी निवेशकों की बिकवाली अब कम हो गई है और वे लिवाल बन गए हैं। इससे घरेलू बाजार की धारणा में सुधार हुआ है। शेयर बाजार के आंकड़ों के अनुसार, विदेशी संस्थागत निवेशकों ने गुरुवार को 3,239 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे थे। शुक्रवार को भी एफआइआइ शुद्ध लिवाल रहे और उन्होंने 7,470 करोड़ रुपए के शेयर खरीदे। विदेशी फ्लो अब बढऩे की उम्मीद है।

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