लॉगिन सेफ्टी: – बदल-बदल के पासवर्ड रखे व कठिन पासवर्ड बनाए । – पासवर्ड बार-बार बदलते रहे – कभी भी अपनी यूजर आईडी, पासवर्ड या पिन को लिखकर न रखे। – याद रखें, बैंक कभी भी आपका यूजर आईडी/पासवर्ड/कार्ड नंबर/पिन/पासवर्ड/सीवीवी/ओटीपी नहीं मांगता है।
– आईडी और पासवर्ड के ऑटो सेव’ या ‘याद रखें’ फीचर को हमेशा डिसेबल करके रखे। इंटरनेट सेफ्टी: – बैंक की वेबसाइट के एड्रेस बार में हमेशा “https” देखें। – फ्री वाई-फाई जो सभी के लिए ओपन होता है उस नेटवर्क का यूज करके ऑनलाइन बैंकिंग का यूज न करे।
– जब आप अपना काम पूरा कर लें तो हमेशा लॉगआउट करें और ब्राउज़र को बंद कर दें। यूपीआई सेफ्टी: – अपने मोबाइल पिन और यूपीआई पिन को अलग बनाए। – किसी भी अज्ञात UPI के पेमेंट रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट न करे।
– हमेशा अज्ञात व संदिग्ध पेमेंट रिक्वेस्ट की रिपोर्ट करें। – हमेशा याद रखें कि पिन की जरूरत केवल पैसे ट्रांसफर करने के लिए होती है, प्राप्त करने के लिए नहीं। – अगर आपके बिना कोई लेनदेन हुआ है तो अपने खाते में यूपीआई सेवा को तुरंत बंद कर दें।
डेबिट/क्रेडिट कार्ड सेफ्टी: – एटीएम मशीनों या पीओएस के माध्यम से एटीएम लेनदेन करते समय हमेशा सावधान रहें। – पिन डालते समय कीपैड को ढक ले। – लेनदेन करने से पहले हमेशा ई-कॉमर्स वेबसाइटों की प्रामाणिकता सत्यापित करें।
– ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से अपने डेबिट कार्ड लेनदेन के लेनदेन को चेक करते रहे। – घरेलू और अंतरराष्ट्रीय लेनदेन दोनों के लिए ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म, पीओएस और एटीएम पर कार्ड लेनदेन की सीमा समय-समय पर जरूरत के हिसाब से बदलते रहे।
मोबाइल बैंकिंग सेफ्टी: – आपके फोन/लैपटॉप/टैबलेट में पासवर्ड सेव करके न रखे। – अपना मोबाइल पिन किसी के साथ शेयर न करें। – अजनबियों द्वारा सुझाया गया कोई भी अनजान ऐप डाउनलोड न करें।
– फोन को सार्वजनिक वायरलेस नेटवर्क (फ्री वाईफाई) से जोड़ने से बचे। सोशल मीडिया सेफ्टी: – जिस व्यक्ति के साथ आप बातचीत कर रहे हैं उसकी पहचान की पुष्टि करें। – किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अपनी व्यक्तिगत/वित्तीय जानकारी शेयर न करें।
– सार्वजनिक स्थानों और किसी भी सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर गोपनीय जानकारी के बारे में चर्चा न करें।