Mutual funds: कमजोर वैश्विक संकेतों,बढ़ती मुद्रास्फीति और वैश्विक मंदी की चिंताओं के बाद भारतीय शेयर मार्केट में गिरावट आई है, जिसके कारण स्मॉल-कैप म्यूचुअल फंड इंडेक्स में 16.75% की गिरावट आई है। ऐसी स्थिति में हमें अपनी SIP (Systematic Investment Plan) जारी रखनी या मार्केट स्थिर होने का इंतजार करना चाहिए?
Mutual funds: इन्वेस्टमेंट में रिटर्न के लिहाज से अभी काफी बुरा दौर चल रहा है। शेयर मार्केट में पैसा रिटर्न देने के बजाय डूब रहा है। वहीं क्रिप्टो मार्केट का हाल तो एक दम ही बुरा है। इसके साथ ही बैंक भी FD पर महंगाई दर से नीचे का रिटर्न दे रहा है। कमजोर वैश्विक संकेतों, बढ़ती मुद्रास्फीति और वैश्विक मंदी की चिंताओं के बाद भारतीय शेयर मार्केट में आई गिरावट से निफ्टी 50 इंडेक्स बीएसई सेंसेक्स दोनों में 10% से अधिक की गिरावट आई है।
वहीं इस दौरान बीएसई स्मॉल-कैप इंडेक्स में 16.75% की गिरावट आई है। इसके साथ ही बीएसई मिड-कैप इंडेक्स में लगभग 13.40% की गिरावट आई है। इसलिए, जिन SIP निवेशकों ने स्मॉल-कैप म्यूचुअल फंड चुना है, वे सोच रहे होंगे कि क्या उन्हें अपना SIP जारी रखना चाहिए या इक्विटी बाजार के स्थिर होने तक कुछ समय इंतजार करना चाहिए।
मार्केट के ऊतार-चढ़ाव के प्रभाव को कम कर देता है SIP
म्यूचुअल फंड SIP के बारे में आनंद राठी एडवाइजर्स लिमिटेड फंड मैनेजर मयूर शाह ने कहा कि SIP के द्वारा म्यूचुअल फंड में लंबी समय अवधि के लिए निवेश किया जाता है। वहीं SIP मार्केट के ऊतार-चढ़ाव के प्रभाव को आपने निवेश में काफी हद तक कम कर देता है। वहीं जब शेयर मार्केट में गिरावट आती है तो निवेशकों को कम दाम में ज्यादा NAV मिलती हैं, जिससे जब मार्केट ऊपर की ओर ज्यादा है तो लंबे समय में ज्यादा लाभ होता है। अगर भविष्य में आपको अभी पैनिक होते हुए अपनी SIP को बंद नहीं करना चाहिए।
निवेशकों को परेशान होने की जरूरत नहीं
ऑप्टिमा मनी मैनेजर्स के MD और CEO पंकज मथपाल ने लॉन्ग टर्म के लिए स्मॉल-कैप म्यूचुअल फंड में निवेश करने वाले निवेशकों को अपना निवेश जारी रखने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि लंबी अवधि के निवेशकों को परेशान होने की जरूरत नहीं है कि मार्केट गिर रहा है या बढ़ रहा है।
स्मॉल-कैप म्यूचुअल फंड होते हैं ज्यादा वोलेटाइल
शेयर मार्केट एक्सपर्ट का मानना है कि स्मॉल-कैप म्यूचुअल फंड में ज्यादा तेजी से गिरावट आती है और जब मार्केट बढ़ता है तो उतनी ही तेजी से बढ़त भी होती है। अन्य म्यूचुअल फंड के मुकावले स्मॉल-कैप ज्यादा वोलेटाइल होते हैं। इसलिए अगर आप स्मॉल-कैप म्यूचुअल फंड में निवेश किए हैं तो इस तरह की गिरावट और तेजी के लिए तैयार रहना चाहिए।