
Stock Market Crash: आज 4 नवंबर सोमवार के दिन शेयर बाजार में भारी गिरावट दर्ज की गई है। कारोबार की शुरुआत से ही बाजार दबाव में नजर आ रहा था, जिसके बाद सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में भारी गिरावट देखी गई है। Sensex ने आज 79,713.14 अंकों पर खुलकर कारोबार शुरू किया था, लेकिन अब यह 1,409 अंक या 1.77% गिरकर 78,316 अंकों पर आ गया है। इसी प्रकार, Nifty ने सोमवार को 24,315.75 अंकों पर ओपनिंग की लेकिन अब यह 454 अंक टूटकर 23,850 अंकों पर ट्रेड कर रहा है। BSE सेंसेक्स के टॉप 30 शेयरों में से 28 शेयरों में गिरावट (Stock Market Crash) का रुझान देखा जा रहा है, जबकि केवल 2 शेयरों में तेजी देखने को मिल रही है। महिंद्रा एंड महिंद्रा के शेयरों में सबसे अधिक 2.39% की बढ़त हुई है, वहीं, सनफार्मा के शेयरों में 4% की गिरावट (Stock Market Crash) दर्ज की गई है। देश की सबसे बड़ी कंपनी रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर भी 2.64% गिर चुके हैं, जिससे बाजार पर अतिरिक्त दबाव बढ़ा है।
Reliance Industries , Infosys , ICICI Bank , Sun Pharma और HDFC Bank में भारी गिरावट हुई है। जिस कारण बीएसई मार्केट कैप 8.44 लाख करोड़ रुपए घटकर 438 लाख करोड़ रुपए हो चुका है।
आज के शेयर मार्केट में भारी गिरावट (Stock Market Crash) का सामना करने वाले 10 कंपनियां जिन्होंने आज भारी गिरावट का सामना किया है। RIL , Adani Port , Tata Motors और Sun pharma जैसे शेयरों में 3 फीसदी तक की गिरावट (Stock Market Crash) हुई है। इंडियन ऑइल के शेयरों में 5 फीसदी की गिरावट हुई है। ऑटो शेयर में 4.30 फीसदी, हेरोमोटोकॉर्प के शेयर 3.8 फीसदी गिरे Stock Market Crash हैं। हिंदुस्तान जिंक में 4 फीसदी की गिरावट , HPCL के शेयर 3.82 फीसदी और PVR 6% , वहीं ब्लू स्टार में 5 फीसदी की गिरावट और चेन्नई पेट्रो काॅर्प 5.4 की गिरावट दर्ज किया।
कमजोर तिमाही परिणाम से निवेशकों का मूड खराब: साल की तीसरी तिमाही में कई कंपनियों के वित्तीय नतीजे अपेक्षा के अनुरूप नहीं रहे हैं, जिससे निवेशकों का मनोबल गिरा है और बाजार में बिकवाली बढ़ गई है।
अमेरिका में चुनाव से पहले बाजार में बिकवाली का माहौल से निवेशक चिंतित: 5 नवंबर को अमेरिका में चुनाव होने जा रहे हैं, और इस बार कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप के बीच कड़ी टक्कर के चलते निवेशक आर्थिक प्रभावों को लेकर चिंतित हैं। इस अस्थिरता की वजह से बाजार में बिकवाली का माहौल देखा जा रहा है।
ओपेक+ की घोषणा से तेल के दामों में उछाल: ओपेक+ ने रविवार को घोषणा की कि वह कमजोर मांग और बाहरी आपूर्ति में वृद्धि के कारण दिसंबर में उत्पादन बढ़ाने की योजना को एक महीने के लिए टाल देगा। इस खबर के बाद तेल की कीमतों में तेजी देखी जा रही है, जिससे रिलायंस इंडस्ट्रीज जैसी कंपनियों के शेयरों में गिरावट (Stock Market Crash) आई है।
फेडरल रिजर्व की बैठक से बढ़ी बाजार में अस्थिरता: 7 नवंबर को फेडरल रिजर्व की नीति बैठक होने वाली है, और इससे भारतीय बाजार में भी आशंकाएं बढ़ रही हैं। निवेशक इस बैठक के संभावित आर्थिक प्रभावों को लेकर चिंतित हैं, जिससे बाजार में अस्थिरता देखी जा रही है।
Updated on:
04 Nov 2024 02:04 pm
Published on:
04 Nov 2024 01:58 pm
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