नई दिल्लीPublished: Nov 10, 2023 10:00:59 am
Shivam Shukla
जो लोग खुद कार नहीं खरीदना चाहते वे अपनी मनपसंद कार सब्सक्राइब कर बिना खरीदे ही इसके मालिक बन रहे हैं। इसमें न तो डाउन पेमेंट देना पड़ता है और न ही ईएमआइ का झंझट है।
एक तरफ जहां नई कारों की बिक्री में जबरदस्त इजाफा हुआ है, वहीं सेकेंड हैंड कारों का बाजार भी बूम पर है। देश में बिकने वाली हर 2 नई कारों के मुकाबले 3 सेकेंड हैंड कारें बिक रही हैं। इस बीच जो लोग खुद कार नहीं खरीदना चाहते वे अपनी मनपसंद कार सब्सक्राइब कर बिना खरीदे ही इसके मालिक बन रहे हैं। गाडिय़ों को सब्सक्राइब करने का ट्रेंड पिछले एक साल में तेजी से बढ़ा हैं। कार लोन की बढ़ती ब्याज दरों के चलते लोग अब अपनी मनपसंद कार खरीदने के बजाय सब्सक्रिप्शन फीस देकर घर ला रहे हैं। इसमें न तो डाउन पेमेंट देना पड़ता है और न ही ईएमआइ का झंझट है।
बिना खरीदे बन सकते हैं कार मालिक
जिस तरह आप किसी ओटीटी प्लेटफार्म को सब्सक्राइब करते हैं और जब तक मन करे मंथली फीस देकर उसका मजा लेते हैं, ठीक उसी तरह सब्सक्रिप्शन मॉडल में मासिक फीस देकर जब तक चाहें कार अपने पास रख सकते हैं। यह कार किराए पर लेने से अलग है। सब्सक्रिप्शन मॉडल में उपभोक्ता हर महीने निश्चित राशि देकर मालिक की जब तक चाहें कार का इस्तेमाल कर सकते हैं। इसमें हर महीने जो फीस चुकानी होती है उसमें मेंटेनेंस, इंश्योरेंस और रोड साइड असिस्टेंस आदि कवर मिलता है।