कैंसर डे केयर सेंटर का उद्देश्य
कैंसर डे केयर सेंटर एक ऐसा केंद्र होता है जहां कैंसर के मरीजों का इलाज दिन के समय किया जाता है और रात में उन्हें घर भेज दिया जाता है। इस सेंटर में कैंसर के सभी प्रकार के उपचार, दवाइयाँ और थेरेपी की सुविधा होगी। जिले में फिलहाल ऑन्कोलॉजी और रेडियोथैरेपी की कोई यूनिट उपलब्ध नहीं है, जिसके कारण कैंसर के मरीजों को अन्य शहरों का रुख करना पड़ता है। पिछले एक साल में लगभग 400 से अधिक कैंसर मरीज जिले में आए हैं, और हर महीने औसतन 25 से 35 नए कैंसर के मरीज अस्पताल में इलाज के लिए आते हैं।
डे केयर सेंटर से मरीजों को ये होगा फायदा
जिला नोडल कैंसर डॉ. श्वेता गर्ग ने बताया डे केयर सेंटर बनने से मरीजों को लंबी दूरी तय करने की आवश्यकता नहीं होगी, जिससे समय और पैसों की बचत होगी। इस सेंटर में इलाज के बाद मरीजों को अस्पताल में भर्ती होने की जरूरत नहीं पड़ेगी और उन्हें एक ही दिन में इलाज मिल जाएगा। इसके अलावा, सरकार द्वारा यह सेंटर संचालित किया जाएगा, जिससे मरीजों को मुफ्त या रियायती दरों पर दवाइयां भी मिल सकेंगी और इस गंभीर बीमारी का आर्थिक बोझ कम होगा।
डे केयर सेंटर में मिलेंगी ये सुविधाएं
डेकेयर सेंटर एक पूर्ण-सेवा कैंसर क्लिनिक है जिसमें कीमोथेरेपी प्राप्त करने के लिए डेकेयर सुविधा है। इसका उद्देश्य उन रोगियों की देखभाल करना है जिन्हें त्वरित कैंसर उपचार से गुजरने की सलाह दी गई है और उन्हें अस्पताल में रात बिताने की आवश्यकता नहीं है। डेकेयर सेवाओं का उपयोग करके मरीज़ पैसे और समय बचा सकते हैं। वे अपना नियमित काम हमेशा की तरह करते हैं। भर्ती होने और रात भर ठहरने के लिए लगने वाले शुल्क से बचा जा सकता है। उपचार के दौरान एक अनुभवी कैंसर विशेषज्ञ, गहन देखभाल विशेषज्ञ की उपस्थिति एक विशेष कैंसर डेकेयर सेंटर के लाभों में से एक है। नर्स, तकनीशियन, फार्मासिस्ट और अन्य सहित सभी कर्मचारियों को कैंसर देखभाल में प्रशिक्षण प्राप्त हुआ है। इस वजह से, रोगियों के लिए अपने मुद्दों पर चर्चा करना और सभी चिंताओं का तुरंत जवाब पाना काफी फायदेमंद है।
समय पर मर्ज की पहचान व इलाज से बच सकता है मरीज का जीवन
डॉ. श्वेता गर्ग का कहना है कि कैंसर की बीमारी में समय पर इलाज अत्यंत महत्वपूर्ण होता है। अगर इलाज में देरी हो जाए तो स्थिति गंभीर हो सकती है। डे केयर सेंटर के खुलने से मरीजों को समय पर इलाज मिलेगा और जीवन बचाने की संभावना बढ़ेगी। यह सुविधा न केवल छतरपुर, बल्कि आसपास के अन्य जिलों के मरीजों के लिए भी बड़ी राहत साबित होगी।