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शहर के आधा दर्जन इलाकों में पानी की सप्लाई सुधारने पानी की टंकी बनाने की प्रक्रिया तीन साल में भी नहीं हो पाई पूरी

शहर में मौजूद पानी की टंकियों से सभी नल कनेक्शनों के लिए पर्याप्त पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है। इसके कारण कुछ स्थानों पर पानी की आपूर्ति कम हो रही है और कुछ स्थानों पर बिल्कुल भी पानी नहीं पहुंच रहा है।

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पानी के लिए मशक्कत करते हुए

शहर में अमृत योजना के तहत पानी की सप्लाई को लेकर समस्याएं बढ़ती जा रही हैं। इस योजना के तहत 375 किलोमीटर में पाइपलाइन बिछाई गई थी और ठेकेदार ने निर्धारित संख्या के अनुसार लोगों के घरों में निशुल्क नल कनेक्शन किए हैं। लेकिन अब समस्या यह आ रही है कि शहर में मौजूद पानी की टंकियों से सभी नल कनेक्शनों के लिए पर्याप्त पानी की सप्लाई नहीं हो पा रही है। इसके कारण कुछ स्थानों पर पानी की आपूर्ति कम हो रही है और कुछ स्थानों पर बिल्कुल भी पानी नहीं पहुंच रहा है।

ये है कनेक्शन की स्थिति


अमृत योजना के तहत 2016 में 75.44 करोड़ रुपए की लागत से शहर में जल आपूर्ति की स्थिति सुधारने के लिए पाइपलाइन और नल कनेक्शन का काम शुरू किया गया था। अब तक 21310 नए नल कनेक्शन किए गए हैं और 9690 पुराने कनेक्शन से पानी सप्लाई हो रही है, जिससे कुल मिलाकर 31000 नल कनेक्शन पूरे शहर में हो चुके हैं। हालांकि, शहर में पानी की टंकियों के निर्माण में देरी के कारण कुछ क्षेत्रों में पानी की सप्लाई प्रभावित हो रही है।

इन इलाकों में परेशानी ज्यादा


शहर में जिन स्थानों पर पानी की आपूर्ति पूरी तरह से नहीं हो पा रही है, उनमें गोवर्धन टॉकीज, संकट मोचन पहाड़ी, चौबे कॉलोनी के कछयाना मोहल्ला, ग्वाल मंगरा तालाब के पास, अमानगंज मोहल्ला और सटई रोड स्थित गल्ला मंडी के पीछे के इलाके प्रमुख हैं। इन क्षेत्रों में लगभग 1800 लोग पानी की कमी से जूझ रहे हैं। इसके अलावा, 5 टंकियों का निर्माण तीन साल से प्रस्तावित है, लेकिन अभी तक इन टंकियों का निर्माण कार्य शुरू नहीं हो सका है।

छठवीं बार कर रहे टेंडर प्रक्रिया


नगर पालिका के अधिकारी मोहित अवस्थी के अनुसार, इन टंकियों का निर्माण कार्य शुरू करने के लिए टेंडर प्रक्रिया को 5 बार बुलाया गया है, लेकिन लागत कम होने के कारण कोई ठेकेदार टेंडर प्रक्रिया में शामिल नहीं हो रहा है। इसके बावजूद, अब छठी बार टेंडर प्रक्रिया की जा रही है। यह प्रक्रिया पूरी होने और टंकियों के निर्माण में करीब एक साल का समय लग सकता है।

टेंडर प्रक्रिया पूरी होते ही शुरू होगा काम


नगर पालिका की सीएमओ माधुरी शर्मा ने बताया कि टंकी निर्माण के लिए स्थान चिह्नित किए गए हैं और जैसे ही टेंडर प्रक्रिया पूरी होती है, निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। हालांकि, इस प्रक्रिया में होने वाली देरी के कारण शहर के कई इलाकों में पानी की आपूर्ति प्रभावित हो रही है, खासकर गर्मी के मौसम में यह समस्या और गंभीर हो सकती है। अमृत योजना के तहत पानी की आपूर्ति को लेकर हो रही समस्याओं को देखते हुए जल्द से जल्द टंकी निर्माण और पानी की सप्लाई की व्यवस्था को दुरुस्त करने की आवश्यकता है।