आराध्य पूजन ग्रुप के सदस्य प्रति सोमवार की जाती है शिवाजी महाराज की आरती
मराठा समाज के आराध्य देव और मराठा साम्राज्य के संस्थापक छत्रपति शिवाजी महाराज ने सम्पूर्ण समाज, उनकी सेना और लोगों को एक सूत्र में पिरोने का काम किया था। शिवाजी एक ऐसे शासक थे जिन्होंने धर्म, संस्कृति और न्याय को बढ़ावा दिया।शिवाजी महाराज के बताए मार्ग का अनुसरण करते हुए छिंदवाड़ा के मराठा समाज के युवाओं ने आराध्य पूजन ग्रुप की स्थापना की है। यह ग्रुप प्रति सोमवार को शाम 6.30 शिवाजी चौक स्थित छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा के समक्ष दीप प्रज्वलन, माल्यार्पण और आरती करता है। यह सिलसिला 25 सप्ताह से जारी है।
इस सोमवार, नौ जून को भी शिवाजी महाराज की प्रतिमा का पूजन और आरती की गई। कुछ युवाओं से शुरू की गई यह पहल आज समाज के लिए मिसाल साबित हो रही है और लोग जुड़ते जा रहे हैं।आराध्य पूजन ग्रुप के राहुल कदम, सोनू गाडगे, अंचल गायकवाड़, अनमोल गाडगे, तन्मय ठोकरे, अंशुल गाडगे सहित अन्य ने इस कार्य की शुरुआत की थी।
छत्रपति शिवाजी महाराज के त्याग, बलिदान और सभी को एकता के सूत्र में बांधने के विचार से हम सभी प्रेरित हुए। उनके आदर्शों को जीवित रखना और नई पीढ़ी को उनके विचारों से अवगत कराना ही हमारा उद्देश्य है। - राहुल कदम, सदस्य
विशेष अवसरों पर शिवाजी महाराज को याद कर कार्यक्रम आयोजित करना तो ठीक है, लेकिन यहां स्मारक के पास प्रति सप्ताह श्रमदान कर साफ-सफाई कर पूजन किया जाता है। इससे इस स्थान से एक जुड़ाव महसूस होता है। - सोनू, सदस्य
प्रति सप्ताह माला, मिठाई एवं आरती पूजन में करीब 500 रुपए का खर्च है। समाज की ओर से एक परिवार ने इसकी जिम्मेदारी ली है। अब प्रति सप्ताह बड़ी संख्या में आराध्य ग्रुप और मराठा समाज के लोग आरती पूजन में शामिल होते हैं। - अंचल, सदस्य