30 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

नालों की सफाई पर फोकस लेकिन नालियां जाम, नहीं चेते तो फिर रुलाएगा मानसून

नगर निगम की लापरवाही से पानी में बह जाएंगे लाखों रुपए

2 min read
Google source verification
Nala

वार्ड 17, गांधीगंज, मस्जिद के पीछे का नाला।

एक माह से शहर के मुख्य नालों की सफाई हो रही है। ये सारी कवायद धरी की धरी रह जाएगी, क्योंकि निगम का स्वास्थ्य विभाग नालियों की सफाई में गंभीरता नहीं बरत रहा है। नालियों में गंदगी बजबजा रही हैं। इससे बारिश के दौरान ये नालियां अपने साथ कचरे को बहाकर नालों तक पहुंचाएंगी और नालों की सफाई में किए जा रहे लाखों रुपए पानी में बह जाएंगे। शहर के रामबाग, गुलाबरा, पुलिस लाइन के सामने, जेल बगीचा मैदान के सामने सहित दर्जनों सडक़ों पर बारिश का पानी भर जाता है। इसे निकलने में कई घंटे लग जाते हैं। कुछ स्थानों पर नालियां छोटी एवं ज्यादातर स्थानों पर नालियोंं में जमा पॉलीथिन एवं अन्य गंदगी कारण बनती है।


मानसून आने में फिलहाल एक माह शेष है। यदि निगम का स्वास्थ्य अमला नालियों की सफाई करके उसका कचरा जल्द से जल्द उठाने की व्यवस्था करे, तो ही नालों को साफ करने का फायदा मिल सकेगा।

पांच गैंग, 40 कर्मी कर रहे हैं सफाई

निगम स्वास्थ्य अधिकारी अनिल मालवी ने बताया कि नाला साफ करने के लिए पांच गैंग बनाई गई हैं। प्रत्येक गैंग में आठ-आठ कर्मचारी काम कर रहे हैं। अब तक वार्ड 11,13 6, 14, 15, 29 और 46 के नालों की सफाई की जा चुकी है।

20 लाख का खर्च

नगर निगम ने नालों की सफाई के लिए अलग से किसी बजट का प्रावधान नहीं किया, लेकिन नालों की सफाई के लिए जेबीसी, चैन माउंटेन, एवं अन्य वाहनों के लिए डीजल आवंटन के लिए अलग से नोटशीट जरूर चलाई जाती है। निगम उपयंत्री अभिनव कुमार तिवारी ने बताया कि नालों की सफाई के लिए करीब 20 लाख रुपए के खर्च का इस्टीमेट बनता है। इसमें सबसे अधिक डीजल पर खर्च होता है।

सफाई की गति धीमी

भले ही नगर निगम एक माह से नालों की सफाई का दावा कर रहा है, लेकिन अभी भी शहर के दर्जनों नालों की सफाई होनी बाकी है। इस बार मौसम विभाग ने भी मानसून जल्द आने के संकेत दिए हैं। इसके बावजूद निगम ने अभी तक मशीनों का उपयोग नहीं किया।

यह है हकीकत

स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को वार्ड 17 के नालों में सफाई हो रही है, लेकिन जब गांधीगंज मस्जिद के पीछे के नाले को देखा तो वहां कचरा जमा हुआ था, वहीं नाले के ठीक बगल में दुकानदार ने बताया कि इस नाले को कभी साफ नहीं किया गया। इसी तरह रामबाग वार्ड 11 में कबाड़ की दुकान के बगल से गुजरे नाले में तीन फीट तक कचरा जमा है। सोनपुर रोड के चौहारी नाले में एवं उसके किनारे कचरा ही पड़ा है।