Ladli Behna Yojana: राज्य शासन की सबसे महत्वपूर्ण लाड़ली बहना योजना में लगातार दूसरे साल 2025 में 60 वर्ष की आयु पार होने पर 10 हजार 963 महिलाएं लाड़ली नहीं रहीं।
Ladli Behna Yojana: एमपी में लाड़ली बहनो को बड़ा झटका लगने वाला है। जानकारी के लिए बता दें कि 10 हजार 963 महिलाएं अब इस योजना का लाभ नहीं उठा पाएंगी। योजना के नियम के मुताबिक 60 वर्ष की आयु पार होने के बाद इस योजना का लाभ नहीं मिलेगा। साठ वर्ष तक सरकार की लाड़ली बहना थी, तब हाथ में 1250 रुपए मासिक आते थे। जैसे ही इस उम्र को पार किया, तो वृद्धावस्था पेंशन में 600 रुपए माहवार पा रही हैं। ये ऐसी महिलाओं की कहानी है, जिन्हें सरकारी नियम के चलते लाड़ली बहना योजना से बाहर होना पड़ा है।
राज्य शासन की सबसे महत्वपूर्ण लाड़ली बहना योजना में लगातार दूसरे साल 2025 में 60 वर्ष की आयु पार होने पर 10 हजार 963 महिलाएं लाड़ली नहीं रहीं। इन्हें 1250 रुपए मासिक राशि के लाभ से अलग कर दिया गया। केवल 3,92,912 महिलाएं ही इस योजना में शेष बताई गई हैं।
दूसरे वर्ष इस पोर्टल में 60 वर्ष की आयु तथा हितलाभ त्याग करने वाली महिलाओं की संया तो है ही, साथ ही योजना में 690 महिलाएं अपात्र तथा 646 महिलाएं मृत होना बताई गई हैं। इसके अलावा समग्र से डिलीट 399 तथा आधार से समग्र का संपर्क टूटने में 505 महिलाएं हैं। इस वजह से लाड़ली बहनों की संख्या में गिरावट दर्ज की गई है। इसके अलावा 890 महिलाओं ने अपने लाभ का त्याग कर दिया।
लाड़ली बहना योजना में महिलाओं को हर माह करीब 47 करोड़ रुपए हर माह मिल रहे हैं। इससे शहरी और ग्रामीण अर्थव्यवस्था को गति मिल गई है। सामान की खरीदी-बिक्री से बाजार में नकदी आ रही है। व्यवसायी मान रहे हैं कि डेढ़ साल से लगातार लाड़ली बहना की राशि प्राप्त होने से गरीब महिलाओं की हाथों में क्रय शक्ति आई है। वे खान-पान की चीजों के साथ मनपसंद वस्तुएं खरीदने उत्सुक हुई है
अपात्र महिलाओं की संया: 690
लाभ परित्याग करने वाली महिलाएं: 890
मृत महिलाओं की संया: 646
समग्र से डिलीट महिलाएं: 426
आधार से समग्र डि-लिंक महिलाएं: 505
60 वर्ष से अधिक आयु की महिलाएं: 10963
कुल पात्र महिलाएं: 392912