
शराब दुकान नाराज मोहल्ले वालों ने जड़ दिया ताला (Photo source- Patrika)
चित्तौड़गढ़। बढ़ते धार्मिक पर्यटन के बीच मध्यप्रदेश सरकार ने 19 बड़े धार्मिक शहरों में पूरी तरह शराबबंदी करने का निर्णय किया है। इधर, चित्तौड़गढ़ जिले में धार्मिक स्थलों की नगरी में खुलेआम शराब बिक रही है। सरकार की परेशानी यह है कि शराबबंदी की करने की स्थिति में राजस्व का नुकसान होने की आशंका है।
चित्तौड़गढ़ में प्रसिद्ध सांवलिया सेठ मंदिर, प्राकट्य स्थल मंदिर, शनि महाराज, असावरा माता, झांतला माता, जोगणिया माता मंदिर सहित कई धार्मिक स्थल हैं। जहां शराबबंदी की व्यवस्था नहीं है। धार्मिक स्थलों के आसपास शराबबंदी के पक्षधरों का मानना है कि इसका मुख्य उद्देश्य इन स्थलों की आध्यात्मिकता और धार्मिकता को बढ़ावा देना है। शराबबंदी से इन स्थलों का माहौल भक्तिपूर्ण और शांतिपूर्ण बना रहेगा।
● राज्य सरकार धार्मिक, आध्यात्मिक से ज्यादा इन स्थलों को पर्यटन स्थल मानती है।
● शराब बिक्री से सरकार को अच्छा राजस्व प्राप्त होता है, इसे छोड़ना नहीं चाहती।
● धार्मिक नगरों में शराबबंदी की तो अवैध शराब कारोबार बढ़ने के खतरे हैं।
Published on:
06 Feb 2025 12:23 pm
बड़ी खबरें
View Allचित्तौड़गढ़
राजस्थान न्यूज़
ट्रेंडिंग
