झूठ बोलकर सत्ता में बैठी सरकार उन्होंने चेतावनी दी कि यदि सरकार ने शीघ्र मांगे नहीं मानी तो वे प्रदर्शन को तेज करेंगे। चाहे परिणाम जो भी हो। इससे पहले सभा स्थल पर सरकार के खिलाफ नारे लगाए गए। इधर चूरू रोडवेज डिपो के कर्मचारी 16 दिन भी धरने पर डटे रहे। वक्ताओं ने कहा कि सरकार की हठधर्मिता से आज रोडवेज घाटे में जा रही है । मगर रोडवेज को बंद करने की सरकार की मंशा कभी पूरी नहीं होने दी जाएगी। वक्ताओं ने कहा कि दो अक्टूबर को विभिन्न संगठनों के साथ मिलकर कलक्टे्रट का घेराव व प्रदर्शन किया जाएगा। संयुक्त मोर्चे के बैनर तले लामबंद रोडवेजकर्मी सुबह नौबजे आगार से रैली के रूप में रवाना होंगे। धरने को किसान सभा के हिरालाल कलवाणिया, रामकरण चौधरी , पन्नालाल प्रजापत, जितेंद्र चाहर, तालिब हुसैन व चंदूलाल लाठर आदि ने संबोधित किया। सभा स्थल पर एएनएम और एलएचवी ने भी समर्थन किया और रोडवेजकर्मियों की सभा में शामिल हो गए।