27 साल के सैनी ने कहा कि वह घरेलू क्रिकेट के शुरुआती दौर में लाल गेंद से खेलते थे। इस कारण उन्हें सफेद गेंद से गेंदबाजी करने में दिक्कत होती थी, लेकिन अभ्यास के बाद अब उनके लिए सफेद गेंद से भी गेंदबाजी करना आसान हो गया है। उन्होंने कहा कि वह इसमें और सुधार कर रहे हैं। उनके सीनियर्स इस मामले में उनकी काफी मदद कर रहे हैं। वह उन्हें बता रहे हैं कि अलग-अलग परिस्थितियों में कैसी गेंदबाजी करनी है।
टीम इंडिया के लिए आठ टी-20 मैच खेल चुके सैनी ने कहा कि वह शुरू से ही स्वाभाविक रूप से तेज गेंदबाजी करते आ रहे हैं, लेकिन इस दौरान वह अपनी फिटनेस का भी ध्यान रखते हैं। वह जिम जाते हैं और अपने खाने-पीने का भी पूरा ध्यान रखते हैं। उन्होंने कहा कि चार-पांच साल पहले ही उन्होंने लाल गेंद से खेलना शुरू किया है। इससे पहले वह सिर्फ टेनिस बॉल से ही खेला करते थे।