न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए अभ्यास मैच में टीम इंडिया को छह विकेट से शर्मनाक हार का सामना करना पड़ा। भारतीय टीम पहले बल्लेबाज़ी करते हुए मात्र 179 रनों पर ढेर हो गई। हालांकि इस मैच से टीम की सेहत पर तो कोई फर्क नहीं पड़ेगा लेकिन टीम के मनोबल पर जरूर इसका गहरा असर पड़ेगा।
एक तो इस परिणाम से टीम की वर्ल्ड कप तैयारियों की पोल खुल गई। दूसरा अगर शुरुआत ऐसी है तो टीम का आगे का सफर कैसा रहेगा। बहरहाल टीम के कप्तान विराट कोहली अपने स्वभाववश कभी भी टीम की नाकामी को खुलकर स्वीकार नहीं करते हैं। न्यूजीलैंड के खिलाफ हार के बाद भी कुछ ऐसा ही देखने को मिला।
न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ मिली इस करारी हार के बाद कोहली ने कहा कि वह निचले क्रम की बल्लेबाज़ी से खुश हैं। निचले क्रम से उनका मतलब हार्दिक पांड्या और रविंद्र जडेजा है जिन्होंने क्रमशः 30 और 54 रनों की पारियां खेलीं।
विराट ने अपनी सहूलियत के हिसाब से वही चीज देखी जो उनके पक्ष में जा सकती थी। उन्होंने निचले क्रम की प्रशंसा तो की लेकिन ऊपरी क्रम की नाकामी पर वे कुछ नहीं बोले, जिसमें वे खुद भी शामिल थे।
टीम इंडिया के बड़े नाम शिखर धवन (2), रोहित शर्मा (2) और लोकेश राहुल (6) कुछ खास प्रभाव नहीं डाल पाए। वहीं टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली केवल 18 रन बनाकर ही अपनी सभी जिम्मेदारियों से मुक्ति पाकर चलते बने।
टीम की हार पर क्या बोले विराट- मैच के बाद कोहली ने कहा, “बहुत बढ़िया। मेरा मतलब है कि हमने इस बारे में पहले भी बात की है कि विश्व कप में आपका शीर्ष कम बड़ी आसानी से आउट हो सकता है इसलिए निचले क्रम को अहम भूमिका निभानी पड़ सकती है।”
कोहली ने कहा, “मुझे लगता है कि हार्दिक पांड्या ने अच्छी बल्लेबाज़ी की। एमएस धोनी ने दबाव का सामना किया और रवींद्र जडेजा को भी कुछ रन मिले, इसलिए मुझे लगता है कि इस दृष्टिकोण से हमें इस मैच से बहुत कुछ मिला। निचले क्रम का रन बनाना बहुत सकारात्मक संकेत है।”