
बीजापुर. माओवादियों के नापाक मंसूबे को जवानों ने एक बार फिर नाकामयाब कर दिया। माओवादियों ने जवानों को निशाना बनाने के लिए इस बार डमी मानव बम का इस्तेमाल किया था। हालांकि, जवानों ने उनके मंसूबों पर पानी फेर दिया। बासागुड़ा क्षेत्र के तर्रेम सीआरपीएफ 168 बटालियन के कैंम्प से कुछ दूरी पर जंगल में माओवादियों ने 18 किलो का आईईडी लगाकर पुतला बनाकर एक पेड़ के सहारे खड़ा कर दिया। कम्पनी कमांडर चरण रेडडी ने बताया कि 26 दिसंबर की सुबह जवान सर्चिंग पर निकले थे।
जवानों ने पेड़ पर टिके किसी व्यक्ति को खड़े देखा। पास जाकर देखने पर पता चला कि वह पुतला था। जवानों ने सतर्कता बरतते हुए सीआरपीएफ बम स्क्वायड टीम को सूचना दी। स्क्वायड टीम ने जब पुतले को हटाया तो उसमें 18किलो आईईडी लगा हुआ था, जिसे उन्होंने निष्क्रिय कर दिया। माओवादियों ने पुतले को पैंट-शर्ट पहनाकर अंदर बारूद भरकर एक इंजेक्शन की सीरिंज क इस्तेमाल कर मानव पुतला बम बनाया था। माओवादियों की योजना था कि सर्चिंग पर निकले जवान जैसे ही सीरिंज को निकाले, वह विस्फोट हो जाए। माओवादियों ने लकड़ी की बंदूक बनाकर पुतले के हाथ में पकड़ा दिया था।
तीन माओवादी गिरफ्तार
जिले के चिंतलनार व चिंतागुफा क्षेत्र में सक्रिय तीन माओवादियों को जवानों ने अलग-अलग जगहों से गिरफ्तार कर बचेली के कोर्ट में पेशकर जेल भेज दिया। पुलिस की पूछताछ में पकड़े गए माओवादी माडवी देवा, हेमला जोगा और मुचाकी मुन्ना ने कई अहम जानकारियां दी है।
Published on:
31 Dec 2017 10:18 am
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