
जिले के स्वास्थ्य विभाग के मुखिया के लिए वर्षों पहले बनाया गया बंगला खंडहर में तब्दील हो चुका है। दूर से देखने में यह बंगाल किसी भूत बंगला से कम नहीं दिखता है। हैरानी की बात यह है कि इस बंगले के जीर्णोद्धार को लेकर अभी तक कोई प्रयास ही नहीं किए गए। बता दें की पिछले करीब दस सालों से यह बंगला खाली पड़ा है। इस दौरान पदस्थ हुए सीएमएचओ अस्पताल के अंदर रह रहे थे। सीएमएचओ डॉ. सरोजनी जेम्स बेक पिछले एक साल से सिविल सर्जन बंगले में रह रही हैं। इस वजह से सीएस को बाहर रहना पड़ रहा है।
यह बंगला जिस जमीन पर बना हुआ है। वह करीब 5000 वर्ग फीट से अधिक है। यदि इस जर्जर बंगले को डिस्मेंटल कर अन्य कार्य के लिए उपयोग किया जाए तो मरीजों को फायदा होगा। जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल में स्टोर के लिए जगह नहीं है। दवाओं को एक छोटे से कमरे में रखा जाता है। यदि इस जगह पर दवाओं के लिए स्टोर रूम बना दिया जाए तो दवाएं सिस्टेमेटिक तरीके से रखी जाएंगी।
सीएमएचओ बंगला जिला अस्पताल से चंद कदम दूरी पर बना हुआ है। यह बंगला पुराने दौर के समय के जैसा है। छत की जगह पर खपरे लगे हुए हैं। बताया जाता है कि तत्कालीन सीएमएचओ डॉ. सरोजनी जेम्स बेक ने पीडब्ल्यूडी को पत्र लिखा था, लेकिन अभी तक कोई सुधार नहीं हुआ है।
Updated on:
19 Nov 2024 07:28 pm
Published on:
18 Nov 2024 11:18 am
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