…तो हो सकता है अन्य निर्माण
यह बंगला जिस जमीन पर बना हुआ है। वह करीब 5000 वर्ग फीट से अधिक है। यदि इस जर्जर बंगले को डिस्मेंटल कर अन्य कार्य के लिए उपयोग किया जाए तो मरीजों को फायदा होगा। जानकारी के अनुसार जिला अस्पताल में स्टोर के लिए जगह नहीं है। दवाओं को एक छोटे से कमरे में रखा जाता है। यदि इस जगह पर दवाओं के लिए स्टोर रूम बना दिया जाए तो दवाएं सिस्टेमेटिक तरीके से रखी जाएंगी।
हैरानी: एक दशक से नहीं दिया गया ध्यान
सीएमएचओ बंगला जिला अस्पताल से चंद कदम दूरी पर बना हुआ है। यह बंगला पुराने दौर के समय के जैसा है। छत की जगह पर खपरे लगे हुए हैं। बताया जाता है कि तत्कालीन सीएमएचओ डॉ. सरोजनी जेम्स बेक ने पीडब्ल्यूडी को पत्र लिखा था, लेकिन अभी तक कोई सुधार नहीं हुआ है।