
CG Weather Alert: पश्चिमी विक्षोभ के चलते पिछले सप्ताह भर से मौसम बदल गया है। शनिवार को देर शाम हुई अंधड़-बारिश से धमतरी सहित नगरी ब्लाक के कई क्षेत्रों में बिजली तार टूटकर गिर गया। पेड़ की टहनियां बिजली तार में गिरने से धमतरी समेत नगरी ब्लाक के 25 से 30 गांवों में 5 घंटे के लिए ब्लैक आऊट की स्थिति निर्मित हो गई थी।
बिजली खंभों के इंसुलेटर उड़ने से शहर के दर्जनभर वार्ड में 3 घंटे तक बिजली बंद रही। सूचना मिलने पर बिजली विभाग की टीम मौके पर पहुंची और व्यवस्था को दुरूस्त करने में जुट गई। शहर में 3 घंटे के बाद बिजली सप्लाई शुरू हो गई, लेकिन नगरी ब्लाक के बेलरगांव सहित 15 गांवों में 5 घंटे तक बिजली बंद रही। रविवार को अलसुबह 4 बजे बिजली सप्लाई शुरू हो पाई। ऐसे में वनांचल के लोगों को रातभर परेशानी का सामना करना पड़ा।
बिजली विभाग के ईई जीके बंजारे ने बताया कि अंधड़-बारिश के चलते बिजली व्यवस्था बनाने में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। शनिवार को देर शाम हुई अधंड़-बारिश से धमतरी ब्लाक के अछोटा, शकरवारा, मड़वापथरा, तुमराबाहर सहित आसपास के दर्जनभर गांवों में बिजली बंद रही। इसी तरह नगरी वनांचल के बेलरगांव के आसपास के क्षेत्रों में बिजली तार टूटने से करीब 15 से 20 गांवों में बिजली व्यवस्था प्रभावित हुई थी। सूचना मिलने पर बिजली विभाग की टीम मौके पर पहुंची और बिजली सुधार के काम में जुट गई थी। रविवार सुबह व्यवस्था को दुरूस्त कर लिया गया है।
बारिश के सीजन के पहले बिजली व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए विभाग द्वारा बिजली मेंटनेंस का काम भी कराया जा रहा है। बिजली तार के आसपास के क्षेत्रों में लगे वृक्षों की टहनियों की कटाई-छंटाई की जा रही है। शनिवार को अधंड़-बारिश के चलते बिजली खंभों के इंसुलेटर उड़ गए थे। इसलिए शहर के हटकेशर, लालबगीचा, शीतलापारा, मकेश्वर वार्ड, आमा पारा सहित करीब दर्जनभर से अधिक वार्डों में रात 9.30 बजे से लेकर 11.10 बजे तक बिजली बंद रही। इससे लोग गर्मी और उसम से परेशान होते रहे।
मौसम विभाग से मिली जानकारी के अनुसार पश्चिमी विक्षोभ मध्य क्षोभमंडलीय पश्चिमी हवाओं में एक गर्त के रूप में है। इसकी धुरी समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर है। द्रोणिका तेलांगाना से मन्नार की खाड़ी तक रायलसीमा और तमिलनाडु होते हुए औसत समुद्र तल से 0.69 किमी पर बनी हुई है। इसके प्रभाव से मौसम के मिजाज में बदलाव हुआ है। विभागीय अधिकारियों ने 26 से 29 अप्रैल तक कुछ जगहों पर गरज-चमक, वज्रपात और एक दो जगहों पर आलोवृष्टि होने की संभावना जताई गई है।
तेज गर्मी के बाद अचानक मौसम बदलने से धान की फसल पर भी इसका असर देखने को मिल रहा है। बता दें कि धान की फसल पककर तैयार है। ऐन वक्त में मौसम खराब होने और अंधड़ बारिश से धान की फसल में तनाछेदक सहित अन्य कीटों का प्रकोप बढ़ गया है।
Published on:
28 Apr 2025 01:19 pm
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