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Ganesh Aarti: एकदंत संकष्टी चतुर्थी पर गाएं ये गणेश आरती, मिलेगा व्रत का पूरा फल

Ganesh Aarti: धार्मिक ग्रंथों के अनुसार आरती से गणेशजी आसानी से प्रसन्न हो जाते हैं। इसलिए गणेशजी की पूजा में गणेश आरती जरूर गाना चाहिए। एकदंत संकष्टी चतुर्थी व्रत पूजा में भगवान को प्रसन्न करने के लिए पढ़ें यह फेमस गणेश आरती

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May 24, 2024
गणेश आरती

Ganesh Aarti: आदिदेव महादेव शिव के पुत्र भगवान गणेश प्रथम पूज्य हैं। इनकी पूजा सभी देवताओं में सबसे पहले की जाती है। धार्मिक ग्रंथों के अनुसार भगवान गणेश ज्ञान प्रदान करते हैं और शुभ कार्यों के दौरान आने वाली सभी बाधाओं को दूर करते हैं। इसलिए सभी पूजन और शुभ कार्यों को प्रारंभ करने से पहले सर्वप्रथम भगवन गणेश की पूजा की जाती है। वहीं भगवान गणेश की पूजा में गाई जाने वाली आरतियों में सबसे प्रसिद्ध आरती जय गणेश देवा.. आरती है। आइये पढ़ें गणेशजी की आरती ।

॥ श्री गणेशजी की आरती ॥


जय गणेश, जय गणेश,जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती,पिता महादेवा॥ x2

एकदन्त दयावन्त,चार भुजाधारी।
माथे पर तिलक सोहे,मूसे की सवारी॥ x2

पान चढ़े फूल चढ़े,और चढ़े मेवा।
लड्डुअन का भोग लगे,सन्त करें सेवा॥ x2
जय गणेश, जय गणेश,जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती,पिता महादेवा॥ x2

अंधे को आंख देत,कोढ़िन को काया।
बांझन को पुत्र देत,निर्धन को माया॥ x2

'सूर' श्याम शरण आए,सफल कीजे सेवा।
माता जाकी पार्वती,पिता महादेवा॥ x2

जय गणेश, जय गणेश,जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती,पिता महादेवा॥ x2

एक अन्य गणेश आरती

॥ श्री गणेशजी की आरती ॥


जय गणेश, जय गणेश,जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती,पिता महादेवा॥ x2

एकदन्त दयावन्त,चार भुजाधारी।
माथे पर सिन्दूर सोहे,मूसे की सवारी॥ x2

हार चढ़े, फूल चढ़े,और चढ़े मेवा।
लड्डुअन का भोग लगे,सन्त करें सेवा॥ x2
जय गणेश, जय गणेश,जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती,पिता महादेवा॥ x2

अंधे को आंख देत,कोढ़िन को काया।
बांझन को पुत्र देत,निर्धन को माया॥ x2

दीनन की लाज राखो,शंभु सुतवारी।
कामना को पूर्ण करो,जग बलिहारी॥ x2

जय गणेश, जय गणेश,जय गणेश देवा।
माता जाकी पार्वती,पिता महादेवा॥ x2

Updated on:
26 May 2024 11:58 am
Published on:
24 May 2024 08:23 pm
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