kunjika stotram: सिद्ध कुंजिका स्त्रोत है मां को प्रसन्न करने की चाभी, यह है पढ़ने की विधि
भोपालPublished: Oct 14, 2023 10:45:33 pm
kunjika stotram नवरात्रि में दुर्गा सप्तशती के पाठ का बड़ा महत्व है, लेकिन कई बार समय और अन्य कारणों से उसका रोजाना पाठ संभव नहीं होता है। ऐसे लोगों को नवरात्रि में कम से कम दुर्गा सप्तशती के सिद्ध कुंजिका स्त्रोत पाठ जरूर करना चाहिए। मान्यता है कि कुंजिका स्त्रोत पाठ से पूरी सप्तशती के पाठ का फल मिलता है तो आइये जानते हैं सिद्ध कुंजिका स्त्रोत पाठ विधि..


मां दुर्गा कुंजिका स्त्रोत पाठ
सिद्ध कुंजिका स्त्रोत पाठ का महत्व
कुंजिका से तात्पर्य है चाबी, यह दुर्गा सप्तशती से प्राप्त शक्ति को जगाने का कार्य करता है। सिद्ध कुंजिका स्रोत का अर्थ है कि पूर्णता का ऐसा गीत जो वृद्धि के कारण अब छिपा हुआ नहीं है। पुजारियों के अनुसार सिद्ध कुंजिका स्तोत्र पाठ से व्यक्ति दुर्गाजी की कृपा सहज रूप से प्राप्त कर लेता है और उसके जीवन में आने वाली समस्याओं से जगदंबा उसे मुक्ति दिला देती है। कई जानकारों का कहना है कि जिस व्यक्ति के पास संपूर्ण दुर्गा सप्तशती चंडी पाठ का समय नहीं है तो वह केवल सिद्ध कुंजिका स्त्रोत का पाठ करके भी पूरी दुर्गा सप्तशती के पाठ का फल प्राप्त कर सकता है।