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कोरोना वायरस से बचने का छोटा सा तांत्रिक मंत्र : रोज सुबह शाम केवल इतनी बार जपें

कोरोना वायरस से बचने का छोटा सा तांत्रिक मंत्र : रोज सुबह शाम केवल इतनी बार जपें

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भोपाल

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Shyam Kishor

Mar 14, 2020

कोरोना वायरस से बचने का छोटा सा तांत्रिक मंत्र : सुबह शाम केवल इतनी बार जप लें

कोरोना वायरस से बचने का छोटा सा तांत्रिक मंत्र : सुबह शाम केवल इतनी बार जप लें

इस समय पूरी दुनिया में कोरोना वायरस ( Corona virus ) की महामारी बीमारी से परेशान है। अगर कोरोना वायरस से अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा चाहते हैं तो आज सुबह शाम इस तांत्रिक महामृत्युंजय मंत्र का जप अपने घर में आरंभ कर दें। तंत्र शास्त्र के अनुसार महामृत्युंजय मंत्र का नियमित सुबह शाम 108 बार या फिर 27 बार जप किया जाए तो जपकर्ता की यह मंत्र गंभीर से गंभीर बीमारी से रक्षा करता है।

अगर वर्तमान में कोई व्यक्ति कोरोना वायरस ( Corona Virus ) जैसी प्राण घातक बीमारी से पीड़ित है तो उसे या उसके निमित्त महामृत्युंजय मंत्र का जप करने से उसे कोरोना रोग से मुक्ति मिलने लगेगी। तांत्रिक बीजोक्त महामृत्युंजय मंत्र का जप संभव हो तो रुद्राक्ष की माला से ही करें। जप के बाद 108 बार गाय के घी से हवन करने से रोगी के स्वास्थ्य में शीघ्र सुधार होने लगेगा।

तांत्रिक बीजोक्त मंत्र-

।। ॐ ह्रौं जूं सः। ॐ भूर्भवः स्वः। ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम्‌। उर्वारुकमिव बन्धनांन्मृत्योर्मुक्षीय माऽमृतात्‌। स्वः भुवः भूः ॐ । सः जूं ह्रौं ॐ ।

उक्त अति प्रभावशाली संजीवनी महामृत्युंजय मंत्र महामृत्युंजय मंत्र का जप करना परम फलदायी है। कोरोना वायरस ( Corona Virus ) से मुक्त के लिए जप करते समय इतना ध्यान जरूर रखें।

1- तांत्रिक बीजोक्त महामृत्युंजय मंत्र जप करते समय उच्चारण की शुद्धता का पूरा ध्यान रखें।
2- मंत्र जप के जितनी संख्या में जप का संकल्प लिया है उतना ही निर्धारित समय में पूरा करें।
3- मंत्र का उच्चारण ऐसे कंरे की पास में बैठे व्यक्ति को भी सुनाई न दें। यदि अभ्यास न हो तो बहुत ही धीमे स्वर में जप करें ।
4- जप तक जप चलता रहे तब तक घी का दीपक एवं चंदन की धूप जलते रहना चाहिए।
5- रुद्राक्ष की माला से ही तांत्रिक बीजोक्त महामृत्युंजय मंत्र का जप करें।
6- कुशा के आसन पर बैठकर ही जप करें।
7- जपकाल में आलस्य व उबासी को बिलकुल भी न आने दें।
8- जप करते समय अपना मुख पूर्व दिशा की तरफ ही होना चाहिए।
9- जप पूरा होने के बाद दुग्ध मिले जल से शिवजी का अभिषेक करें।
उपरोक्त नियमों का पालन करते हुए संजीवनी महामृत्युंजय मंत्र के जप के प्रभाव से रोगी को दो-तीन दिन में ही लाभ होने लगेगा।

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