23 दिसंबर 2025,

मंगलवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

Friday Special- मां लक्ष्मी की इस माह में कृपा चाहिए तो आज से ही शुरु करें ये काम

- सावन भगवान शिव का प्रिय माह है तो वहीं अधिकमास के देव भगवान विष्णु माने गए हैं

3 min read
Google source verification

image

Deepesh Tiwari

Aug 10, 2023

lakshmi_ji.png

,,

ज्योतिष में शुक्रवार का दिन शुक्र ग्रह का माना गया है, जिसे कुंडली में भाग्य का कारक माना गया है। वहीं सभी प्रकार के भौतिक सुखों सहित धन, वैभव, समृद्धि आदि का कारक भी शुक्र ही माना जाता है। जबकि शुक्रवार की कारक देवी मां लक्ष्मी को माना गया है। ऐसे में शुक्रवार का दिन देवी लक्ष्मी की पूजा के लिए अति विशेष माना गया है। ऐसे में जहां अभी सावन अधिकमास का माह चल रहा है, वहीं ज्योतिषों व पंडितों के अनुसार सावन भगवान शिव का प्रिय माह है तो वहीं अधिकमास के देव भगवान विष्णु माने गए हैं। ऐसे में इस समय माता लक्ष्मी को विशेष रूप से प्रसन्न कर उनकी कृपा को प्राप्त किया जा सकता है।

देवी लक्ष्मी को इस समय आसानी से प्रसन्न किए जाने के चलते इस माह मेें सुख-समृद्धि, धन-वैभव के लिए कुछ उपायों को बेहद शुभ माना गया है। ऐसे में आज हम आपको सावन सहितअ सावन अधिकमास के शुक्रवार से जुड़े उपायों के बारे में बता रहे हैं, जिनके संबंध में मान्यता है कि ये मां लक्ष्मी की कृपा प्राप्त करने में खास मददगार सिद्ध होते हैं। तो चलिए जानते है ये विशेष उपाय...

सावन अधिकमास शुक्रवार के दिन करें ये उपाय-
- मां लक्ष्मी को गुलाब अति प्रिय है। इसलिए मां लक्ष्मी के चरणों में गुलाब या फिर कमल का फूल अर्पित करें। इससे पैसों की तंगी से छुटकारा मिल जाएगा।
- इस दौरान शुक्रवार के दिन अगर घर की गृहलक्ष्मी सुबह सूर्योदय के समय घर के मुख्य द्वार की दाहिने तरफ एक लोटा लाल पुष्प मिला जल डालेगी, तो उस घर में धन तेजी से आने लगता है।
- इस शुक्रवार परिवार के सभी सदस्य अपने माथे पर शुद्ध केसर का तिलक गाय के घी या दूध में मिलाकर लगाएं, माना जाता है कि ऐसा करने से व्यापार या अन्य आय के स्रोतों में धन लाभ में अचानक तेजी आने लगती है।
- इस शुक्रवार को गृहलक्ष्मी इन्द्र देव द्वारा रचित महालक्ष्मी स्तोत्र का 11 बार पाठ करें, माना जाता है कि ऐसा करने से परिवार में कभी भी धन का अभाव नहीं रहता।
- इस शुक्रवार सूर्यास्त के बाद परिवार के सभी सदस्य एक साथ मिलकर माता लक्ष्मी के श्रीसूक्त का पाठ करें, मान्यता के अनुसार ऐसा करने से जीवन भर पैसों की कमी नहीं रहेगी।
- इस शुक्रवार को गृहलक्ष्मी शाम के समय पीपल वृक्ष के नीचे चंदन की सुगन्धित धूप व गाय के घी का आटे से बना दीपक जलाए, माना जाता है कि ऐसा करने वाले घर में माता लक्ष्मी सदैव के लिए निवास करने लगती है।
- सावन अधिकमास से सभी शुक्रवार को पति-पत्नी दोनों मिलकर भगवान विष्णु एवं माता लक्ष्मी का केसर मिले दूध से अभिषेक करेंगे, माना जाता है कि ऐसा करने से धन की कमी उनकी सात पीढियों तक नहीं होती।

सावन शुक्रवार के दिन करें ये उपाय-
- सावन शुक्रवार के दिन शिव मंदिर में भोलेनाथ का जलाभिषेक करें। ध्यान रखें कि जलाभिषेक तांबे के लोटे से एक धारा में धीरे-धीरे करें। इसके साथ ही विधि के अनुसार पूजा के अलावा शिव पंचाक्षर मंत्र - ऊं नम: शिवायरू का जाप करें।
- सावन शुक्रवार के दिन शिवजी के साथ-साथ मां लक्ष्मी की भी पूजा करें। इस दिन ही' ऊं श्रीं ह्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ऊं महालक्ष्म्यै नम:' मंत्र का भी जाप करें।
- भगवान शिव को लाल रंग के फूल सावन के महीने में नियमित रूप से चढ़ाएं। साथ ही ऊँ नमरू शिवायरू का भी जाप इस दौरान करें।

सावन शुक्रवार को इस उपाय से करें शिव व लक्ष्मी को प्रसन्न
सावन शुक्रवार के दिन पैसों की तंगी दूर करने के लिए सुबह ब्रह्रममुहूर्त में उठकर भगवान शिव के दर्शन के पश्चात शिव-लिंग पर जल चढ़ाएं। उसके बाद मंदिर में ही ऊं नमरू शिवाय का 108 बार जाप करें। इसके पश्चात मां लक्ष्मी के ऊं श्रीं ह्रीं कमले कमलालये प्रसीद प्रसीद श्रीं ह्रीं श्रीं ऊं महालक्ष्मयै नम: मंत्र का 108 बार जाप करें। माना जाता है कि इससे मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हंै। ध्यान रहे उनके जाप के बाद आरती पूरे विधि विधान के साथ करें। मान्यता है कि ऐसा करने से भगवान शिव भी प्रसन्न होते हैं।

कर्ज से मुक्ति के लिए उपाय- मान्यता के अनुसार
सावन में हर रोज शिव मंदिर जाकर वहां शिवलिंग पर लाल फूल चढ़ाने से कर्ज की समस्या से छुटकारा मिलता हैं। ध्यान रहे पुष्प चढ़ाते समय नमरू शिवाय का जाप करने के अलावा शिवलिंग की परिक्रमा भी करनी होती है। शिव को लाल पुष्प के साथ भोग लगाने के साथ ही कर्ज से मुक्ति के लिए प्रार्थना करें। माना जाता है कि ऐसा करने से कर्ज से बहुत जल्द मुक्ति प्राप्त हो जाती है।