इन विचारों का पालन करने से पांडवों के साथ थे द्रौपदी के उत्तम रिश्ते, कायम की थी मिसाल
Published: Dec 14, 2017 02:21:16 pm
मेरा सर्वप्रथम कर्त्तव्य पांडवों की सेवा करना है। उनकी सेवा के लिए मैं अहंकार और क्रोध का त्याग देती हूं। मैं कभी भी कड़वी बातें नहीं करती
नई दिल्ली। सभी जानते हैं कि द्रौपदी का विवाह यूं तो अर्जुन से हुआ था। लेकिन घर पहुंचने के बाद उन्हें पांडवों की पत्नी बन गई थीं। सभी के मन में ये सवाल रहते हैं कि आखिर द्रौपदी 5 भाइयों के साथ कैसे रहती होंगी, सभी के साथ उनका व्यवहार कैसा होगा। इसके अलावा और भी कई सवाल लोगों के मन में घूमते-फिरते रहते हैं। इसलिए आज हम आपके लिए उन्हीं सभी सवालों के जवाब ले आए हैं।