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रॉयल्टी के नाम पर निर्धारित दर से अधिक राशि वसूल रहा ठेकेदार

गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष ने कलेक्टर के नाम लिखा पत्र

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डिंडोरी. जिले के रेत कारोबार में ठेकेदार की मनमानी चरम पर है जो शनै: - शनै: जिला प्रशासन के गले की फाँस बनते जा रही है। बावजूद कार्यवाही के अभाव में रेत कारोबारी के हौसले बुलंद हैं और लगातार शिकवा-शिकायतों के बाद भी वह मशीनों के माध्यम से बुढनेर नदी का सीना छलनी करने पर आमादा है। ज्ञात हो कि सबसे पहले जिला पंचायत अध्यक्ष का अकस्मात खदान निरीक्षण, फिर कांग्रेस के जिला अध्यक्ष की सोशल मीडिया पर टिप्पणी सुर्खियों में रही है। मामले में कोई कार्यवाही होती उससे पहले ही गुरुवार के दिन गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अमान सिंह पोर्ते ने कार्यालय कलेक्टर की आवक-जावक शाखा में कलेक्टर डिंडोरी के नाम ठेकेदार द्वारा मनमानी रॉयल्टी वसूले जाने की शिकायत के साथ मामले की जांच कराये जाने निवेदन किया है। अन्यथा की स्थिति में जिले को पांचवी अनुसूची क्षेत्र का हवाला दे गोंडवाना महासभा और सर्व आदिवासी समाज के द्वारा उग्र आंदोलन किये जाने का जिक्र भी किया है।
क्या है पत्र में
कलेक्टर के नाम सौंपे गए पत्र में इस बात का जिक्र किया गया है कि अमरपुर क्षेत्रान्तर्गत दीवारी और कमको मोहनिया रेत खदान से ठेकेदार द्वारा रॉयल्टी के नाम पर शासन की निर्धारित दर से दस गुना ज्यादा राशि वसूली जा रही है। जबकि शासन द्वारा रेत की निर्धारित दर से छह घनमीटर का 2880 रुपया होता है। जिसमे ठेकेदार द्वारा खदान के होने वाले और अन्य व्यय भी जोड लिये जायें तो लगभग 5000 रुपये का खर्च आता है। लेकिन ठेकेदार द्वारा 12000 रुपयों की वसूली की जा रही है। जिसके चलते जिले में चल रहे निर्माण कार्य प्रभावित हो रहे हैं।
खनिज निरीक्षक की हीलाहवाली
ज्ञात हो कि जिले में संचालित रेत खदानों व सम्पूर्ण खनिज संपदा की देख-रेख में जिले के खनिज निरीक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका होती है। लेकिन आदिवासी बाहुल्य डिंडोरी जिले के खनिज विभाग के अधिकारी बंद कमरे में बैठकर सारे काम निबटा रहे हैं। बताया जा रहा है कि जिले में अब तलक जितनी भी कार्यवाहियां की गई हैं उन सभी में इनके निर्देश पर कार्यालय में ही पदस्थ एक सहायक मानचित्रकार द्वारा की गई हैं। उक्त रेत खदानों के मामले में विभागीय अमले ने पूरी तरह से चुप्पी साध रखी है।