नाक या मसूड़ों से ब्लीडिंग।
विटामिन-के की अत्यधिक कमी हो तो पाचनतंत्र में भी ब्लीडिंग होने लगती है।
ऑपरेशन के दौरान अत्यधिक रक्तस्त्राव, धमनियों का सख्त होना।
पित्त की छोटी आंत की परेशानी, सिस्टिक फाइब्रोसिस। यूरिन में ब्लड आना।
शरीर का सुरक्षा कवच तैयार करने के लिए जरूर आजमाएं ये घरेलू उपाय
शलगम साग के एक कप में लगभग 441 मिलीग्राम विटामिन-ए, 851 माइक्रोग्राम विटामिन-के है। इसे साग या सलाद के रूप में खाएं। चुकंदर के एक कप रस में में 276 मिलीग्राम विटामिन-ए, 697 माइक्रोग्राम विटामिन-के है। इसका सलाद भी ले सकते हंै।
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फूलगोभी के एक कप जूूस में लगभग 220 माइक्रोग्राम विटामिन-के है। इसमें आयरन, प्रोटीन, कैल्शियम, कार्बोहाइड्रेट, क्रोमियम, विटामिन-ए और सी भी पा सकते हैं।
गर्भवती महिलाओं के शरीर में विटामिन-के की कमी हो तो भ्रूण में इंटरनल ब्लीडिंग हो सकती है। गर्भस्थ शिशु की अंगुलियां विकृत हो सकती हैं। भ्रूण के संपूर्ण विकास में विटामिन-के मदद करता है। गर्भवती महिला को इसीलिए विटामिन-के सप्लीमेंट के रूप में दिया जाता है।
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