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ऐसा बयान दिया की गंवा दी अच्छी खासी सरकारी नौकरी, मंगलसूत्र और सिंदूर नहीं पहनने की सलाह देने वाली टीचर सस्पेंड…

इन बयानों के बाद मेनका डामोर की शिकायत सरकार तक पहुंची और सरकार ने उनको सस्पेंड कर दिया। यह सभा बांसवाड़ा जिले के मानगढ़ धाम पर आयोजित हुई थी और इसमें सांसद राजकुमार रोत भी शामिल थे।

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Teacher Meneka Damor suspend: 19 जुलाई को राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में भील प्रदेश बनाने की मांग को लेकर राजस्थान, गुजरात, एमपी और महाराष्ट्र से बड़ी संख्या में लोग बांसवाड़ा आए। भील प्रदेश बनाने की मांग को लेकर राजस्थान की सरकारी टीचर मेनका डामोर भी शामिल हुई, मेनका ने भरे मंच से आदिवासियों को संबोधित करते हुए कहा कि हम हिंदू नहीं है, हमारी महिलाओं को मंगलसूत्र पहनने की जरूरत नहीं है और ना ही सिंदूर लगाने की कोई आवश्यकता है…।

इन बयानों के बाद मेनका डामोर की शिकायत सरकार तक पहुंची और सरकार ने उनको सस्पेंड कर दिया। यह सभा बांसवाड़ा जिले के मानगढ़ धाम पर आयोजित हुई थी और इसमें सांसद राजकुमार रोत भी शामिल थे।

ये सब कहा था मेनका डामोर ने, कहा था हम आदिवासी हैं, हमे ये सब करने की जरूरत नहीं

मेनका डामोर सादड़िया इलाके में स्थित एक सरकारी स्कूल में टीचर हैं और साथ ही वे आदिवासी परिवार संस्था की संस्थापक सदस्या भी हैं। मानगढ़ धाम में हुई आदिवासी सभा के दौरान उन्होनें चार राज्यों के भील एवं आदिवासी लोगों के सामने कहा था कि हम आदिवासी हैं, हम हिंदू नहीं हैं….। हमें न तो सिंदूर लगाने की जरूरत है और न ही मंगलसूत्र पहनने की। उन्होनें कहा था मैं भी ये सब नहीं करती हूं, मैं तो किसी तरह का कोई व्रत भी नहीं करती हूं…..। इन बयानों पर तालियां तो खूब बजीं थी, लेकिन आदिवासी महिलाएं नाराज भी हुई थी। इसी कारण अब सरकार ने उनको सस्पेंड कर दिया है। उनके बयानों का वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था।