27 दिसंबर 2025,

शनिवार

Patrika LogoSwitch to English
home_icon

मेरी खबर

icon

प्लस

video_icon

शॉर्ट्स

epaper_icon

ई-पेपर

इस गांव में नहीं मिलती किसी को भी दुल्हन, वजह जान रह जाएंगे हैरान

राजस्थान के 7 गांव हैं ऐसे हैं जहां पर करीब 10 साल से कोई शादी नहीं हुई।

2 min read
Google source verification

image

Anil Kumar

Dec 26, 2017

marriage

भारत देश में सभी जगहों पर शादी-विवाह की रस्में बड़ी धूमधाम से मनाई जाती हैं और हर गांव, शहर, कस्बे में शादी होती है। शादी के साथ दो परिवारों को मेल—मिलाप भी होता है जिससे रिश्तेदारी बढ़ती है। लेकिन भारत में कई ऐसे भी गांव हैं जहां पिछले कई सालों से किसी लड़के की शादी नहीं हुई और इसके पीछे की वजह भी हैरान कर देने वाली है। ये ऐसे गांव हैं जहां कई सालों से कोई बारात नहीं आई। यहां पर 200 से ज्यादा लड़के अपने लिए दुल्हन तलाश रहे हैं, लेकिन उनकी शादी करने को तैयार नहीं।

राजस्थान के 7 ऐसे गांव
राजस्थान के 7 गांव हैं ऐसे हैं जहां पर करीब 10 साल से कोई शादी नहीं हुई। यहां पर रहने वाले परिवारों में किसी के भी घर दुल्हन नहीं आई। खबर है कि इन गांवों में 200 से ज्यादा लड़के कुंवारे हैं और वो अपनी शादी के इंतजार में बूढ़े होते जा रहे हैं। ये गांव राजस्थान के कोटा जिले के रामगंजमंडी इलाके वाले हैं। इस इलाके में 7 गांव बसे हुए हैं जिनमें कोई अपनी बेटी की शादी नहीं करना चाहता। इसके पीछे एक बड़ी वजह भी है जिससे ऐसा हो रहा है।

डैम ने डूबोई लड़कों की किस्मत
इन गांवों के लड़कों की शादी नहीं होने के पीछे का कारण इस इलाके में बनने वाला ताकली डैम है। इन गांवों में डैम की वजह से काफी बर्बादी हुई है। इन गांवों के लोग को पुर्नवास के लिए मुआवजे का इंतजार कर रह है। इस वजह से यहां रहने वाले लोग ने अपने घरों की मरम्मत तक नहीं करा रहे है और ना ही कोई नया मकान बना रहा है।

20 साल से भविष्य अधर में
ताकली नदी पर बनने वाले डैम के लिए 20 साल पर सर्वे हुआ था लेकिन अभी इस डैम का काम शुरू नहीं किया गया है। 2007 में इस बांध को बनाने के लिए मंजूरी दी गई थी। इस डैम की मदद से 31 गांवों की 7386 हेक्टेयर जमीन पर सिंचाई करने की योजना है, लेकिन इसका काम अभी तक अटका हुआ है।

7 गांवों का पुनर्वास नहीं कराया गया
खबर है कि यह डैम तो बनकर तैयार हो गया, लेकिन नहरों के साथ ही डूब क्षेत्र में आने वाले 7 गांवों का पुनर्वास नहीं किया गया है। डूब क्षेत्र में आने वाले इन गांवों में सोहनपुरा, सारनखेड़ी, रघुनाथपुरा, तालियाबरडी, दड़िया, दुड़कली, तमोलिया गांव शामिल हैं। इसी वजह से यहां लोग अपने मुआवजे और पुर्नवास समेत अपने लड़कों के लिए दुल्हन का इंतजार कर रहे हैं।